नई दिल्ली: कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा आरबीआई के गवर्नर उर्जित पटेल का संसद की स्थायी समिति में बचाव करने का उपयोग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने में किया और दावा किया कि मनमोहन ने जहां आरबीआई का बचाव किया, वहीं मोदी ने इसकी स्वतंत्रता का ह्रास किया है।
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वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, पीएसी में डॉ. मनमोहन सिंह ने जनहित में आरबीआई का बचाव किया। मोदी इसकी स्वतंत्रता का ह्रास कर रहे हैं जो जनहित के खिलाफ है। कांग्रेस के एक और नेता दिग्विजय सिंह ने पटेल पर भी प्रहार किया। मनमोहन सिंह के हस्तक्षेप के कारण केंद्रीय बैंक के गवर्नर संसदीय समिति की पूछताछ से बच गए। दिग्विजय सिंह भी वित्त पर संसद की स्थायी समिति के सदस्य हैं।
दिग्विजय ने ट्वीट किया, मुझे पहले भी आरबीआई गवर्नर को सुनने का मौका मिला था और वर्तमान आरबीआई गवर्नर को भी सुनने का मौका मिला। क्या विरोधाभास है। दिग्विजय का इशारा रघुराम राजन की तरफ था जो पटेल से पहले इस पद पर थे जिन्हें मोदी सरकार ने दूसरा कार्यकाल नहीं दिया।
पटेल कल आरबीआई और वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ वित्त मामलों पर संसद की स्थायी समिति के समक्ष पेश हुए जहां सदस्यों ने उनसे कड़े सवाल पूछे।
सिंह ने राज्यसभा में नोटबंदी के खिलाफ काफी प्रभावशाली भाषण दिया था और नोटबंदी को बहुत बड़ी विफलता और संगठित लूट करार दिया था। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बैंक और गवर्नर के पद का संस्थान के तौर पर सम्मान किया जाना चाहिए।
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