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Hindi News भारत राष्ट्रीय मन की बात: पीएम मोदी ने भारत-जॉर्जिया मैत्री से जुड़ी दिलचस्प घटना का किया जिक्र

मन की बात: पीएम मोदी ने भारत-जॉर्जिया मैत्री से जुड़ी दिलचस्प घटना का किया जिक्र

पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में देश के साथ संवाद करते हुए भारत-जॉर्जिया मित्रता को नई मजबूती देने वाली एक दिलचस्प और भावनात्मक घटना का जिक्र किया।

मन की बात: पीएम मोदी ने भारत-जॉर्जिया मैत्री से जुड़ी दिलचस्प घटना का किया जिक्र- India TV Hindi Image Source : PTI मन की बात: पीएम मोदी ने भारत-जॉर्जिया मैत्री से जुड़ी दिलचस्प घटना का किया जिक्र

नई दिल्ली: पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में देश के साथ संवाद करते हुए भारत-जॉर्जिया की मित्रता को नई मजबूती देने वाली एक दिलचस्प और भावनात्मक घटना का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा- कुछ दिन पहले एक बहुत ही इंटरेस्टिंग और बहुत ही इमोशनल इवेंट हुआ, जिससे भारत-जॉर्जिया मैत्री को नई मजबूती मिली|"

"इस समारोह में भारत ने सेंट क्वीन केटेवान  के होली रेलिक यानि उनके पवित्र स्मृति चिन्ह जॉर्जिया की सरकार और वहाँ की जनता को सौंपा, इसके लिए हमारे विदेश मंत्री स्वयं वहाँ गए थे|""बहुत ही भावुक माहौल में हुए इस समारोह में, जॉर्जिया के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, अनेक धर्म गुरु, और बड़ी संख्या में जॉर्जिया के लोग, उपस्थित थे | इस कार्यकम में भारत की प्रशंसा में जो शब्द कहे गए, वो बहुत ही यादगार हैं|"

"इस एक समारोह ने दोनों देशों के साथ ही, गोवा और जॉर्जिया के बीच के संबंधों को भी और प्रगाढ़ कर दिया है| ऐसा इसलिए, क्योंकि सेंट क्वीन केटेवान (Saint Queen Ketevan) के ये पवित्र अवशेष 2005 में गोवा के Saint Augustine Church से मिले थे|"

पीएम ने कहा-"साथियों, आपके मन में सवाल होगा कि ये सब क्या है, ये कब और कैसे हुआ? दरअसल, ये आज से चार सौ- पांच सौ साल पहले की बात है| क्वीन केटेवान जॉर्जिया के राजपरिवार की बेटी थीं| दस साल के कारावास के बाद 1624 में  वो शहीद हो गई थीं|"

पीएम मोदी ने कहा-'एक प्राचीन पुर्तगाली दस्तावेज के मुताबिक Saint Queen Ketevan की अस्थियों को Old Goa के Saint Augustine Convent  में रखा गया था| लेकिन, लंबे समय तक यह माना जाता रहा कि गोवा में दफनाए गए उनके अवशेष 1930 के भूकंप में गायब हो गए थे।'

'भारत सरकार और जॉर्जिया के इतिहासकारों, Researchers, Archaeologists और जॉर्जियन चर्च के दशकों के अथक प्रयासों के बाद 2005 में उन पवित्र अवशेषों को खोजने में सफलता मिली थी| यह विषय जॉर्जिया के लोगों के लिए बहुत ही भावनात्मक है|'

'इसीलिए उनके Historical, Religious और Spiritual sentiments को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने इन अवशेषों का एक अंश जॉर्जिया के लोगों को भेंट में देने का निर्णय लिया।'

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