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गुजरात से यूपी-बिहार के लोगों का पलायन जारी, राजनीति दलों में आरोप-प्रत्यारोप शुरू

गुजरात से यूपी और बिहार के लोगों का पलायन जारी है। वहीं बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात में बसे उत्तर भारतीयों को हिम्मत से काम लेने को कहा है

Migrants from UP, Bihar continue to flee Gujarat; political blame game erupts- India TV Hindi Image Source : PTI Migrants from UP, Bihar continue to flee Gujarat; political blame game erupts

नई दिल्ली: गुजरात से यूपी और बिहार के लोगों का पलायन जारी है। वहीं बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात में बसे उत्तर भारतीयों को हिम्मत से काम लेने को कहा है लेकिन उनकी यह अपील भी लोगों में भरोसे को बरकरार नहीं रख पा रही है और लोगों का पलायन जारी है। गुजरात से भाग कर लोग बिहार और यूपी में पहुंचने लगे हैं। इस बीच आज कांग्रेस के नेता अल्पेश ठाकोर का एक और वीडियो सामने आया जिसमें वो उत्तर भारतीयों के खिलाफ नफरत की बातें कहते सुनाई दे रहे हैं। उत्तर भारतीयों पर हमले के लिए लोगों को उकसाते दिख रहे हैं। 

अहमदाबाद से पटना पहुंची ट्रेन आज खचाखच भरी थी। पटना जंक्शन पर अपना बोरिया बिस्तर लेकर पहुंचे लोगों से इंडिया टीवी संवाददाता नीतीश चन्द्र ने बात की। इन लोगों की बातें सुनकर रौंगटे खड़े हो गए। इन लोगों को ठाकोर सेना के लोगों ने दस अक्टूबर यानि कल सुबह तक का अल्टीमेटम दिया था। कहा था कि या तो सबकुछ छोड़कर गुजरात से बाहर चले जाएं या फिर अंजाम भुगतने को तैयार रहें। अहमदाबाद से पटना पहुंचे लोगों ने कहा कि गुजरात में रोजी रोटी कमाने गए थे जान गंवाने नहीं। जब जिंदगी पर खतरा है तो गुजरात में कैसे रहते? गुजरात में इस वक्त दूसरे राज्य के लोगों के मन में ऐसा डर बैठा है कि पूरी की पूरी कॉलोनी खाली हो गयी है।

इस बीच, पुलिस ने औद्योगिक इलाकों के आसपास गश्त बढ़ा दी है जहां प्रवासी मजदूर रहते हैं। वड़ोदरा में सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने औद्योगिक इलाकों में फ्लैग मार्च किया जहां कई बड़े और छोटे कारखाने हैं जिनमें 25,000 प्रवासी मजदूर काम करते हैं। गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा ने बताया कि अब तक 533 लोग गिरफ्तार किए गए हैं और 61 मामले दर्ज किए गए हैं। अलग से, सात मामले सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत दर्ज किए गए हैं और 20 लोग सोशल मीडिया पर घृणा संदेश फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए हैं। ऐसी भी खबरें हैं कि भीड़ के चलते कई जगह बसों का किराया बढ़ा दिया गया है। 

राज्य के साबरकांठा जिले में 28 सितंबर को 14 महीने की एक बच्ची के साथ बलात्कार हुआ था और इस आरोप में बिहार निवासी मजदूर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद से ही, छह जिलों में हिन्दी भाषी लोगों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुईं। इनमें से ज्यादातर जिले उत्तर गुजरात के हैं। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने टि्वटर पर लगातार कई ट्वीट कर पूछा कि क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी के उन सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो "गुजरात में प्रवासियों के खिलाफ हिंसा भड़का रहे हैं।" 

कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर और उनके संगठन गुजरात क्षत्रिय-ठाकोर सेना पर भाजपा ने हिन्दी भाषी लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। रूपाणी ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ कांग्रेस ने पहले प्रवासियों के खिलाफ हिंसा भड़काई। कांग्रेस अध्यक्ष ने फिर इस हिंसा की निन्दा करने के लिए ट्वीट किया। क्या कांग्रेस अध्यक्ष को शर्म नहीं आती?’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगर कांग्रेस अध्यक्ष गुजरात में हिंसा के खिलाफ हैं तो उन्हें अपने स्वयं के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई करने की जरूरत है जिन्होंने गुजरात में प्रवासियों के खिलाफ हिंसा भड़काई है। ट्वीट करना कोई समाधान नहीं है, कार्रवाई करने से हल निकलेगा। लेकिन क्या वह कार्रवाई करेंगे?’’ रूपाणी ने कहा कि उनकी सरकार सभी नागरिकों को यह विश्वास दिलाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है कि वे गुजरात में सुरक्षित हैं। मुख्यमंत्री ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर कहा, ‘‘ कांग्रेस अध्यक्ष को इस पर ट्वीट करने पर शर्म आनी चाहिए क्योंकि उनकी खुद की पार्टी प्रवासियों के खिलाफ हिंसा भड़का रही है।’’ 

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी राज्य राजस्थान में अपनी रैली में यह मुद्दा उठाया और कहा कि राजस्थान, मध्य प्रदेश तथा उत्तर प्रदेश के लोगों पर हमले किए जा रहे हैं और उन्हें भागने को विवश किया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा, ‘‘आपने मोदी पर विश्वास किया, लेकिन मोदी ने विश्वास को तोड़ दिया।’’ इससे पहले उन्होंने फेसबुक पोस्ट में कहा कि गुजरात में प्रवासी मजदूरों पर हमले कारोबार और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे नहीं हैं और सरकार को शांति स्थापित करने तथा हर भारतीय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। 

अल्पेश ठाकोर ने भी मंगलवार को अपने संगठन के खिलाफ भाजपा के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि प्रवासियों को निशाना बनाना पूरी तरह से गलत है और वह इसके खिलाफ हैं। उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘ ज्यादातर हमलावर ठाकोर समुदाय से हैं... लेकिन यह आरोप उस लोकप्रियता को समाप्त करने की कोशिश है जो मैंने अपने संगठन के साथ 16 राज्यों में हासिल की है। मुझे अपमानित किया जा रहा है। मेरे या मेरे लेागों के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं किया गया है। सच की जीत होगी।’’ 

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