'पद्मावत' की रिलीज से पहले हिंसक हुआ मामला, सुरक्षा कारणों से रोकी गईं गुजरात की बस सेवाएं
‘पद्मावत’ 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए बिल्कुल है। ऐसे में फिल्म को लेकर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। श्री राजपूत करणी सेना द्वारा फिल्म को देशभर में बैन करने की मांग पर जब कोर्ट की ओर से कोई कदम न उठाए जाने पर अब सड़कों पर...
अहमदाबाद: फिल्मकार संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ 25 जनवरी को सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए बिल्कुल है। ऐसे में फिल्म को लेकर लगातार विवाद बढ़ता ही जा रहा है। श्री राजपूत करणी सेना द्वारा फिल्म को देशभर में बैन करने की मांग पर जब कोर्ट की ओर से कोई कदम न उठाए जाने पर अब सड़कों पर तोड़ फोड़ और आगजनी शुरु कर दी गई है। गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) ने फिल्म ‘पद्मावत’ की रिलीज के खिलाफ राजपूत समुदाय के सदस्यों द्वारा हिंसक प्रदर्शनों के बाद रविवार को उत्तर गुजरात में अपनी बस सेवा पर रोक लगा दी। एक अधिकारी ने बताया कि बस सेवा मेहसाणा, पाटन, गांधीनगर, साबरकांठा और बनासकांठा जिलों में स्थिति सुधरने तक रोकी गई है। उत्तर गुजरात के लिए दो रास्ते हैं। इनमें एक रास्ता गांधीनगर से साबरकांठा में हिम्मतनगर तक जाता है और दूसरा मेहसाणा से पाटन होते हुए बनासकांठा जिले तक जाता है।
जीएसआरटीसी सचिव के डी देसाई के अनुसार अहमदाबाद और उत्तर गुजरात क्षेत्र के बीच चलने वाली सभी बसें शनिवार रात से रोक दी गई हैं। बस सेवा इस आशंका के बीच रोकी गई है कि उपद्रवी तत्व इन वाहनों को आसान निशाना बना सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर गुजरात के कुछ हिस्सों में राज्य बसों पर हमलों को देखते हुए हमने गांधीनगर, हिम्मतनगर, मेहसाणा और बनासकांठा के लिए अपनी बस सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी हैं। मध्य और दक्षिण गुजरात जैसे अन्य स्थानों के लिए बस सेवाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संचालित हो रही हैं।’’ उन्होंने कहा कि हमने रविवार सुबह में गांधीनगर के लिए बस सेवा बहाल करने का प्रयास किया लेकिन कुछ लोगों ने जिला स्थित एक गांव में एक बस पर हमला किया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमने सेवाएं रोकने का निर्णय किया है। हम पुलिस के साथ लगातार सम्पर्क में हैं और बस सेवा स्थिति सामान्य होते ही बहाल करेंगे।’’
देसाई ने कहा कि यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया क्योंकि उपद्रवी अपनी मोटरसाइकिलों पर आ रहे हैं और बसों पर जलती चीजें फेंककर फरार हो जा रहे हैं। जीएसआरटीसी के निर्णय के बाद कई यात्री शहर स्थित परिवहन डिपो में फंसे हुए हैं क्योंकि उत्तर गुजरात के लिए बस सेवा रोके जाने के निर्णय के बारे में उन्हें डिपो आने पर पता चला। प्रदर्शनकारियों ने फिल्म रिलीज के खिलाफ बनासकांठा, मेहसाणा, सुरेंद्रनगर और भुज में कुछ स्थानों पर टायर जलाकर सड़कें बाधित करने का प्रयास किया। रविवार सुबह प्रदर्शनकारियों ने गांधीनगर के पास उनावा गांव और बनासकांठा के अंबाजी नगर में सड़कें बाधित करने का प्रयास किया।