Hindi News भारत राष्ट्रीय यदि सफल हो जाता नीरव मोदी का यह प्लान को पीएनबी नहीं देश को होता भारी नुकसान

यदि सफल हो जाता नीरव मोदी का यह प्लान को पीएनबी नहीं देश को होता भारी नुकसान

नीरव मोदी के पिता दीपक मोदी का व्यापार पहले बड़ा था लेकिन उनके आचरण के काऱण उनका व्यापार सिमट गया। यही वजह है कि दीपक मोदी ने बेटे नीरव को उसके मामा मेहुल चोक्सी के यहां हीरा उद्योग के हुनर सीखने भेजा।

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नई दिल्ली: पीएनबी महाघोटाले के मास्टरमाइंड नीरव मोदी के बारे में एक ऐसा दावा किया जा रहा है जिसके बारे सुनकर आप दंग रह जाएंगे। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है नीरव मोदी का एक खतरनाक प्लान था जिसके सामने पीएनबी घोटाला बहुत ही छोटा है। अगर वो इसमें कामयाब हो गया होता तो देश को कंगाल बना देता। सोशल मीडिया में बताया जा रहा है कि नीरव मोदी अपने हीरों को फायर स्टोन कहता था। मतलब कि आग भड़काने वाला पत्थर। उसे शायद ये पता नहीं था कि एक दिन इसी फायर स्टोन की वजह से उसके चेहरे पर कालिख पुत जाएगी। दुनिया के अमीरों की लिस्ट में शुमार होने वाला शख्स भगोड़ा बन जाएगा।

सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि हीरा व्यापार का बेताज बादशाह अपने ही मनहूस हीरों की वजह से तबाह हो गया। नीरव मोदी ने तो देश को कंगाल बनाने की सारी तैयारी कर ली थी लेकिन वो अपने प्लान में कामयाब नहीं हो सका क्योंकि वो पीएनबी घोटाले में फंस गया। अब लोग कह रहे है कि अपने ही हीरे की आग में नीरव मोदी की किस्मत जल गई। बताया जा रहा है कि नीरव मोदी ने ये सब फायरस्टार कंपनी के जरिए किया। सोशल मीडिया में अब ये दावा किया जा रहा है कि नीरव मोदी ने पीएनबी घोटाले से बड़ा एक खतरनाक प्लान पर काम कर रहा था।

अगर इसमें वो सफल हो गया होता तो पूरे देश को कंगाल बना देता। शेयर मार्केट को तबाह कर दिया होता लेकिन इससे पहले की वो अपने प्लान को अंजाम तक पहुंचा पता कि उसकी पोल खुल गई इसलिए लोग अब कह रहे हैं हीरा की किसी की किस्मत चमका सकता है लेकिन अगर समय खराब हो तो यही हीरा इंसान को अर्श से फर्श तक पहुंचा सकता है। अगर ये उल्टा असर कर गया तो बड़े-बड़े को धूल में भी मिला देता है। नीरव मोदी के पिता दीपक मोदी का व्यापार पहले बड़ा था लेकिन उनके आचरण के काऱण उनका व्यापार सिमट गया।

यही वजह है कि दीपक मोदी ने बेटे नीरव को उसके मामा मेहुल चोक्सी के यहां हीरा उद्योग के हुनर सीखने भेजा, लेकिन नीरव ने हुनर सीखने के बजाय धोखाधड़ी का माहिर बन गया और एक महाघोटाले को अंजाम दिया। इसमें कोई शक नहीं कि पीएनबी घोटाले का मास्टरमाइंड नीरव मोदी एक शातिर दिमाग का चालबाज है। वो कम समय में बहुत सारा पैसा कमाना चाहता था। उसे न तो कानून की चिंता थी न ही सरकार का खौफ।

नीरव मोदी के घर आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान जो दस्तावेज मिले उससे ये पता चला कि नीरव मोदी ज्वेलरी बेचने के वक़्त कैश पैसा लेता था और कैश की रिसिप्ट दिया करता था। इस तरह से उसने 242.48 करोड़ अनअकाउंटेड पैसे जमा किए। ये भी पता चला कि उसे विदेश से काफी पैसा मिला करता था। सिंगापुर से आए सारे पैसे को वो एक ट्रस्ट में जमा करता था। इस ट्रस्ट का कभी उसने कोई इस्तेमाल ही नहीं किया। इसके अलावा नीरव को 284.14 करोड़ का फंड सायप्रस और एक मॉरिशस की कम्पनी मिला था। इसपर जब आयकर विभाग ने जानकारी मांगी तो इसका कोई जवाब नीरव के पास नहीं था। इतना ही नहीं, इनकम टैक्स की रिपोर्ट से ये भी खुलासा हुआ कि नीरव मोदी की कम्पनी फायर स्टार इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड  को 271 करोड़ विदेशी फंड के जरिये सिंगापुर की कम्पनी से मिले  थे।

अगले स्लाईड में...तो इस तरह देश को चूना लगाने वाला था नीरव मोदी

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