A
Hindi News भारत राष्ट्रीय पंजाब कांग्रेस में कलह बढ़ी, पंजाब सरकार ने वापस ली सांसद बाजवा की सुरक्षा

पंजाब कांग्रेस में कलह बढ़ी, पंजाब सरकार ने वापस ली सांसद बाजवा की सुरक्षा

पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और बाजवा के झगड़े में नया ट्विस्ट आ गया है। पंजाब सरकार ने कांग्रेस MP प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा वापस ले ली है।

Amarinder Singh, Partap Singh Bajwa, Punjab congress- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Amarinder Singh and Partap Singh Bajwa

नई दिल्ली। पंजाब में कांग्रेस की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार में भी राजस्थान जैसे बवाल के आसार दिखाई दे रहे हैं। सीएम अमरिंदर और कांग्रेस राज्यसभा सदस्य व पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रताप सिंह बाजवा के मतभेद खुलकर सामने आने लगे हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और बाजवा के झगड़े में नया ट्विस्ट आ गया है। पंजाब सरकार ने कांग्रेस MP प्रताप सिंह बाजवा की सुरक्षा वापस ले ली है। बाजवा की सुरक्षा में तैनात छः पुलिसकर्मी और एसकॉट गाड़ी हटायी गई। पंजाब सरकार ने कहा बाजवा को कोई थ्रेट पर्सेप्शन नहीं है।

बाजवा की सुरक्षा वापस लेने को लेकर पंजाब सरकार ने तर्क दिया है कि बाजवा को अब केंद्रीय सुरक्षा मिली हुई है। पंजाब सरकार ने शनिवार (8 अगस्त) को निर्णय लिया कि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा को दी गई पुलिस सुरक्षा वापस ले ली जाए। सरकार ने कहा कि बाजवा को अब किसी से खतरा नहीं है इसलिए राज्य पुलिस द्वारा दी गई सुरक्षा वापस ली जानी चाहिए। इससे पहले बाजवा और एक अन्य कांग्रेस सांसद शमशेर सिंह दूलो ने राज्य में जहरीली शराब त्रासदी की सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग की थी। राज्य कांग्रेस इकाई ने शुक्रवार को आलाकमान को पत्र लिखकर इन दोनों राज्य सभा सदस्यों को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए निष्कासित करने की मांग की थी। 

वहीं दूसरी तरफ, बाजवा ने 'पार्टी के हित को ध्यान में रखते हुए' मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ को तत्काल हटाने की मांग की थी। बाजवा ने कहा था, 'यदि मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष को नहीं हटाया जाता है तो पंजाब में पार्टी का नाश हो जाएगा।' एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यहां कहा, 'पंजाब सरकार ने कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा की राज्य पुलिस सुरक्षा हटाने का निर्णय लिया है। हमारी समीक्षा में पाया गया कि उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है और अब उन्हें केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा प्रदान की गई केंद्रीय सुरक्षा दी जाएगी।' प्रवक्ता ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा व्यक्तिगत सुरक्षा प्राप्त करने के बाद बाजवा को दी गई राज्य पुलिस सुरक्षा का कोई अर्थ नहीं था।

बता दें कि, बाजवा के पास राज्य सरकार के 14 सुरक्षाकर्मी थे। इनमें 8 सुरक्षा कर्मचारी सरकार ने कोविड की लड़ाई के लिए पहले ही वापस ले लिए थे। अब बचे 6 सुरक्षाकर्मियों को भी वापस ले लिया गया है। बाजवा को 19 मार्च को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जेड श्रेणी सुरक्षा कवर दिया गया था। उनकी व घर की सुरक्षा और एस्कॉर्ट के लिए 25 सीआइएसएफ कर्मियों के अलावा 2 एस्कॉर्ट ड्राइवर हैं।

Latest India News