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कुलभूषण जाधव मामले में ICJ में ओछेपन पर उतरा पाकिस्तान, भारत ने दिया करारा जवाब

कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान अपने झूठ और प्रोपोगैंडा को सही ठहराने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। वो झूठे सबूत, बेबुनियाद दलीलों और बेतुके आरोपों के साथ साथ अब बदज़ुबानी और बेहयाई पर भी उतर आया है।

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नई दिल्ली: पाकिस्तान की जेल में बंद कुलभूषण जाधव मामले में दोनों देश अपनी दलीले रख रहे हैं लेकिन पाकिस्तान अपने ओछेपन पर उतर आया है। कल ICJ में भारत की तरफ से पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई गई। ICJ में पाकिस्तान की खराब हालत का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान अब अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट में अमर्यादित भाषा के इस्तेमाल पर उतर आया है।

कुलभूषण जाधव मामले में पाकिस्तान अपने झूठ और प्रोपोगैंडा को सही ठहराने की हर मुमकिन कोशिश कर रहा है। वो झूठे सबूत, बेबुनियाद दलीलों और बेतुके आरोपों के साथ साथ अब बदज़ुबानी और बेहयाई पर भी उतर आया है। ICJ में चल रही सुनवाई के तीसरे दिन भारत के पूर्व सॉलिसिटर जनरल हरीश साल्वे ने पाकिस्तान की बदज़ुबानी पर सख्त रुख दिखाते हुए कड़ा जवाब दिया। भारत ने अदालत से भाषा की मर्यादा की एक सीमा तय करने की मांग की।

हरीश साल्वे ने कहा, ‘’भारत के खिलाफ जिन शब्दों का इस्तेमाल किया गया, मैं उम्मीद करता हूं आगे से ऐसा नहीं होगा। मुझे लगता है कोर्ट को इस बारे में एक सीमा तय करनी चाहिए कि यहां कार्यवाही किस तरह होगी। पाकिस्तान की तरफ से पेश वकील ने भारत के लिए शेमलेस, नॉनसेंसिकल, लाफेबल, ब्रेथटेकिंग एरोगेंस शब्द का इस्तेमाल किया है।‘’

उन्होंने आगे कहा, ‘’शेमलेस और नॉनसेंसिकल शब्द 5 बार इस्तेमाल किए गए, एरोगेंस, रिडिक्यूलिस और डिस्ग्रेसफुल शब्द 4 बार इस्तेमाल किए गए। इंटरनेशनल कोर्ट में भारत को इस तरह संबोधित किए जाने पर मैं कड़ा एतराज जताता हूं। मैं भी ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर सकता हूं लेकिन भारतीय संस्कृति मुझे ऐसा करने से रोकती है इसलिए इस मुद्दे को मैं कोर्ट के विवेक पर छोड़ता हूं।‘’

दूसरी तरफ भारत की दलीलों से घबराये पाकिस्तान ने ICJ में केस को भटकाने की कोशिश शुरू कर दी है। भारत की दलीलों का जवाब देते हुए पाकिस्तान की ओर से काउंसलर ख़ावर कुरैशी ने ICJ के सामने कहा कि भारत के एप्लिकेशन को खारिज कर देना चाहिए, क्योंकि इस केस में भारत का कंडक्ट ठीक नहीं रहा है और अधिकारों का मिसयूज किया है। दूसरी तरफ पाकिस्तान के पास कुलभूषण जाधव के खिलाफ कोई सबूत नहीं था इसलिए पाकिस्तानी काउंसलर की तरफ से अखबरों की कतरनें पेश कर दी गईं। 

दो भारतीय पत्रकारों के आर्टिकल्स का हवाला देकर भारत को ही इस पूरे मामले में दोषी ठहराने की बचकानी हरकत पाकिस्तानी काउंसलर ने की। ख़ावर कुरैशी ने कहा, ‘’पहले व्यक्ति का नाम करन थापर है जो भारत के पूर्व सेनाध्यक्ष के बेटे हैं। ये पहले CNN के पत्रकार रह चुके हैं। अब ये देखिये कि आर्टिकल में क्या लिखा है। आर्टिकल में लिखा था कि इस केस में सवाल ज्यादा हैं, जवाब कम। यहां पर कमांडर जाधव के केस की बात हो रही है। अब बात प्रवीण स्वामी की करते हैं। जो द डेली टेलीग्राफ के पूर्व डिप्लोमैटिक एडिटर रह चुके हैं। वो एक प्रतिष्ठित पत्रकार रहे हैं। ये ऐसे लोग हैं जिनके प्रति मेरे दिल में काफी सम्मान है।‘’

इन तमाम हथकंडों के बावजूद पाकिस्तान हर चाल में मात खा रहा है। एक तरफ ICJ ने जहां पाकिस्तान की तरफ से भारत की एप्लीकेशन को खारिज करने की मांग को ठुकरा दिया है वहीं हरीश साल्वे ने सुनवाई के दौरान आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा। अब आज भारत की दलीलों पर पाकिस्तान झूठ का कौन सा पुलिंदा खोलता है ये देखना दिलचस्प होगा।

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