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Hindi News भारत राष्ट्रीय BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट, 'सुशांत पर क्यों नहीं दर्ज की गई FIR...'

BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट, 'सुशांत पर क्यों नहीं दर्ज की गई FIR...'

अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक और ट्वीट किया। उन्होंने अपने हाल के ट्वीट्स में सुशांत की हत्या की आशंका जताई है।

BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट, 'सुशांत पर क्यों नहीं दर्ज की गई FIR...'- India TV Hindi Image Source : TWITTER BJP नेता सुब्रमण्यम स्वामी का ट्वीट, 'सुशांत पर क्यों नहीं दर्ज की गई FIR...'

नई दिल्ली: अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले को लेकर भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट किया। सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट में लिखा, "मुंबई पुलिस ने सुशांत सिंह राजपूत पर FIR क्यों नहीं दर्ज की? पोस्टमार्टम रिपोर्ट को प्रोविजनल क्यों कहा गया? दोनों का एक कारण है: अस्पताल के डॉक्टरों को फोरेंसिक विभाग से सुशांत की विसरा रिपोर्ट का इंतजार है ताकि पता चल सके कि उसे जहर दिया गया था या नहीं। उसके नाखून भी भेजे गए हैं।"

इससे पहले सुब्रमण्यम स्वामी ने गुरुवार को भी एक ट्वीट किया था। उस ट्वीट में उन्होंने बताया था कि उन्हें सुशांत सिंह राजपूत की हत्या का अंदेशा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा था, "मुझे क्यों लगता है कि सुशांत सिंह राजपूत की हत्या हुई है।" इस कैप्शन के साथ उन्होंने ट्वीट में एक डॉक्यूमेंट शेयर किया था, जिसमें उन्हेंने हत्या की ओर इशारा करने वाले बिंदुओं पर प्रकाश डाला था।

सुब्रमण्यम स्वामी ने जो डॉक्यूमेंट शेयर किया, उसमें 26 बिंदुओं का जिक्र है। इनमें से 24 बिंदू हत्या की थ्योरी की ओर इशारा करते हैं जबकि सिर्फ दो आत्महत्या की थ्योरी को सपोर्ट करते हैं। शेयर किए गए डॉक्यूमेंट में सुशांत के गले पर निशान की लोकेशन का भी जिक्र है। डॉक्यूमेंट के मुताबिक, सुशांत के गले पर मिला निशान आत्महत्या की तरफ इशारा नहीं करता है।

वहीं, सुब्रमण्यम स्वामी ने सुशांत सिंह राजपूत के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है। उन्होंने ट्वीट पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, "अपने नवीनतम पत्र में मैंने पीएम से प्रवर्तन निदेशालय को निर्देश देने का अनुरोध किया है और एनआईए को सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत के लिए परिस्थितियों की जांच करने के लिए कहा है। इसके बाद हम सीबीआई और इन दो राष्ट्रीय एजेंसियों को मिलाकर एक SIT बना सकते हैं।"

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