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Hindi News भारत राष्ट्रीय ठाकोर समुदाय का फरमान, लड़कियों को शादी से पहले मोबाइल नहीं, अंतरजातीय विवाह पर जुर्माना

ठाकोर समुदाय का फरमान, लड़कियों को शादी से पहले मोबाइल नहीं, अंतरजातीय विवाह पर जुर्माना

गुजरात के बनासकांठा जिले में ठाकोर समुदाय के सदस्यों ने अविवाहित महिलाओं के मोबाइल इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाने का फरमान जारी किया है।

Thakor Samaj 'bans' use of mobiles by unmarried women in Gujarat | Pixabay Representational- India TV Hindi Thakor Samaj 'bans' use of mobiles by unmarried women in Gujarat | Pixabay Representational

पालनपुर: गुजरात के बनासकांठा जिले में ठाकोर समुदाय के सदस्यों ने अविवाहित महिलाओं के मोबाइल इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगाने का फरमान जारी किया है। इसके साथ ही अंतरजातीय विवाह करने वाले युवाओं के माता-पिता पर जुर्माना लगाने की बात भी कही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, समुदाय के एक नेता ने मंगलवार को बताया कि जिले के दांतीवाड़ा तालुक में 12 गांवों में समुदाय के बुजुर्गों ने 14 जुलाई को एक बैठक में ‘सर्वसम्मति’ से यह फरमान जारी किया। आपको बता दें कि गुजरात विधानसभा के सदस्य अल्पेश ठाकोर इसी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।

कांग्रेस विधायक ने कहा, फोन वाले फरमान में कुछ गलत नहीं
कांग्रेस विधायक गनीबेन ठाकोर ने कहा कि लड़कियों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर रोक में उन्हें कुछ गलत नहीं दिखाई देता। उन्होंने कहा कि लड़कियों को तकनीक से दूर रहना चाहिए और पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। बैठक में जारी फरमान के अनुसार, ‘अविवाहित महिला को मोबाइल फोन नहीं रखना चाहिए। यदि उन्हें मोबाइल फोन के साथ पकड़ा जाता है तो उनके माता-पिता को जिम्मेदार ठहराया जाएगाा।’ बैठक के दौरान नेताओं ने कहा कि अंतरजातीय विवाह करने वाले युवाओं के माता-पिता को 1.5 लाख रुपये से 2 लाख रुपये जुर्माना भरना होगा।

अल्पेश ठाकोर ने कहा, शादी से जुड़े फैसले का स्वागत
दांतीवाड़ा से समुदाय के एक नेता सुरेश ठाकोर ने कहा कि लड़कियों पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल को लेकर प्रतिबंध लगाया गया है ताकि वे पढ़ाई पर ध्यान दे सकें। इसके अलावा शादी समारोहों पर अनावश्यक खर्च कम करना भी इन फैसलों में शामिल है। इनमें डीजे, आतिशबजी और बड़ी बारातों पर रोक का फरमान है। विधायक अल्पेश ठाकोर ने कहा कि वह शादियों में अनावश्यक खर्च रोकने के फैसले का स्वागत करते हैं ताकि शिक्षा पर अधिक धन खर्च किया जा सके।

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