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जानें, क्या है 'मिशन शक्ति' जिसने भारत को अंतरिक्ष में बनाया महाशक्ति

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए भारत की एक बड़ी उपलब्धि के बारे में जानकारी दी।

Space Mission Satellite War- India TV Hindi Representational Image | Pixabay

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देशवासियों को संबोधित करते हुए भारत की एक बड़ी उपलब्धि के बारे में जानकारी दी। PM मोदी ने बताया कि देश ने अंतरिक्ष में बड़ी कामयबी हासिल करते हुए लो अर्थ ऑर्बिट में एक सैटलाइट को मार गिराया। अंतरिक्ष में 300 किलोमीटर की दूरी पर सैटलाइट को मार गिराने के इस ऑपरेशन को 'मिशन शक्ति' नाम दिया गया था। ‘मिशन शक्ति’ की कामयाबी के साथ ही भारत दुनिया में चौथी अंतरिक्ष महाशक्ति बन गया है, जिसके पास अंतरिक्ष में भी युद्धक क्षमता है।

सिर्फ 3 मिनट में खत्म हुआ ऑपरेशन
इस पूरे ऑपरेशन के बारे में बताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, 'कुछ ही समय पहले भारत ने एक अभूतपूर्व सिद्धि प्राप्त की है। भारत ने दुनिया में अंतरिक्ष महाशक्ति के तौर पर अपना नाम दर्ज करा लिया है। अब तक सिर्फ अमेरिका, रूस और चीन को ही यह उपलब्धि हासिल थी। अब भारत इस क्षमता को हासिल करने वाला चौथा देश बन गया है। कुछ ही समय पहले हमारे वैज्ञानिकों ने 300 किलोमीटर दूर 'लो अर्थ ऑर्बिट' में एक सैटेलाइट को मार गिराया। यह ऑपरेशन महज 3 मिनट में ही पूरा किया गया। 'मिशन शक्ति' नाम का यह ऑपरेशन बेहद कठिन था, जिसमें बहुत उच्च कोटि की तकनीकी क्षमता की जरूरत थी।' 

'देश का मान बढ़ाने वाले वैज्ञानिकों पर गर्व'
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा, ‘हम सभी भारतीयों के लिए यह गर्व की बात है। यह पराक्रम भारत में ही तैयार ए-सैट मिसाइल द्वारा किया गया है। मैं इस अभियान से जुड़े सभी लोगों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं। आज फिर उन्होंने देश का मान बढ़ाया है। हमें अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि आने वाले दिनों में इनका इस्तेमाल और महत्व बढ़ना है और ऐसे में इनकी सुरक्षा भी बेहद महत्वपूर्ण है। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत का यह ऑपरेशन किसी देश के खिलाफ नहीं है। उन्होंने कहा, 'आज का यह परीक्षण किसी भी तरह के अंतरराष्ट्रीय कानून या संधि समझौतों का उल्लंघन नहीं करता है। हम इसका इस्तेमाल 130 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा और शांति के लिए ही करना चाहते हैं।’ 

ट्वीट कर कही थी ‘महत्वपूर्ण संदेश’ देने की बात
आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार सुबह करीब 11:30 बजे ट्वीट के जरिए देशवासियों के नाम कुछ ही देर में एक महत्वपूर्ण संदेश जारी करने की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि वह सुबह 11:45 से 12:00 बजे के बीच महत्वपूर्ण संदेश लेकर आएंगे, इसके बाद तमाम कयासों का दौर शुरू हो गया। प्रधानमंत्री ने देशवासियों के नाम संदेश जारी करने से पहले सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति और अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ मीटिंग की थी, जिसके बाद इस बात पर चर्चा शुरू हो गई थी कि प्रधानमंत्री रक्षा से जुड़े मुद्दे पर कोई जानकारी दे सकते हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया था, 'मैं देश को एक महत्पूर्ण संदेश 11:45 से 12:00 बजे के बीच जारी करूंगा। आप टेलिविजन, रेडिया और सोशल मीडिया पर देखें।'

क्या है A-SAT मिसाइल?

  • दुश्मन देश के सैटलाइट को निशाने पर रखा जा सकता है। 
  • अंतरिक्ष में किसी भी सैटलाइट को गिराया जा सकता है।
  • धरती से कई किलोमीटर दूर ऑपरेशन को अंजाम दे सकते हैं।
  • सामरिक सैन्य उद्देश्यों में इस्तेमाल सैटेलाइट को मार सकता है। 
  • किसी भी देश के कम्यूनिकेशन सिस्टम को खत्म किया जा सकता है। 
  • युद्ध के समय दुश्मन देश के सैटेलाइट को मार गिराया जा सकता है।

लो अर्थ ऑर्बिट क्या है?

  • 'लो अर्थ ऑर्बिट' का मतलब पृथ्वी की निचली कक्षा से है।
  • धरती से 120 से 2000 किमी की दूरी के बीच का ऑर्बिट।
  • 'लो अर्थ ऑर्बिट' में आने पर कोई भी चीज बेहद तेजी से नीचे गिरती है।
  • बेहद ऊंचाई से नीचे आने पर ज्यादा नुकसान पहुंचता है।

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