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Hindi News भारत राष्ट्रीय Agneepath Violence: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन आगजनी मामले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, जानें कैसे दिया घटना को अंजाम

Agneepath Violence: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन आगजनी मामले का मुख्य आरोपी गिरफ्तार, जानें कैसे दिया घटना को अंजाम

Agneepath Violence: 17 जून को सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर अग्निपथ योजना के विरोध में आंदोलन हुआ था। यह प्रदर्शन बाद में हिंसा में तब्दील हो गया था, जिसके बाद पुलिस ने एक्शन लेकर भीड़ को तितर-बितर किया था। अब, इस हिंसा के मास्टरमांइड को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

Protest against the Agnipath scheme at Secunderabad Railway Station(Representational Image)- India TV Hindi Image Source : PTI Protest against the Agnipath scheme at Secunderabad Railway Station(Representational Image)

Highlights

  • आरोपी और उसके तीन साथियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
  • व्हाट्सएप समूह बनाकर हिंसा योजना का संदेश फैलाया
  • पुलिस कर रही है अन्य हिंसा समर्थकों की तलाश

Agnipath Violence: सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर 17 जून को हुई आगजनी की कथित तौर पर साजिश रचने वाले एक पूर्व सैनिक को गिरफ्तार किया गया है। केंद्र सरकार की अग्निपथ भर्ती योजना के खिलाफ 17 जून को रेलवे स्टेशन पर हो रहा आंदोलन हिंसा में तब्दील होने लगा था। इस पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस द्वारा कथित रूप से की गई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गयी और कई अन्य घायल हो गए थे। इस हिंसा भरे प्रदर्शन से रेलवे को भी काफी नुकसान पहुंता था।

आरोपी गुंटूर जिले में चलाता है साई रक्षा अकादमी 

पुलिस की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, अवुला सुब्बा राव ने पहले सेना में नर्सिंग सहायक के रूप में काम किया है। अब वह आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले के नरसरावपेटा में साई रक्षा अकादमी चलाते हैं। सुब्बा राव और उनके तीन साथियों को शुक्रवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बयान में कहा गया कि आरोपी ने उसके संस्थान में कथित तौर पर सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं से तीन लाख रुपये का बांड लिया था। इसमें ये भी कहा गया कि केंद्र द्वारा अग्निपथ योजना की घोषणा और बाद में सेना में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा रद्द करने के बाद एक आकांक्षी युवक ARO (सेना भर्ती कार्यालय) में एक रैली निकालना चाहते थे। 

आरोपी ने ऐसे दिया था इस घटना को अंजाम

बयान के अनुसार, सुब्बा राव और अन्य ने अलग-अलग व्हाट्सएप समूह बनाए और संदेश फैलाया। सभी सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पहुंचें और योजना वापसी के लिए हिंसा का सहारा लें। बयान में आरोप लगाया गया है कि सुब्बा राव और अन्य अकादमियों को व्यापार खोने का डर था। इसमें कहा गया है कि हिंसा का समर्थन करने वाले रक्षा अकादमी के अन्य निदेशकों की पहचान करने के लिए जांच जारी है। 

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