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Hindi News भारत राष्ट्रीय हिमाचल प्रदेश: शिमला से श्रीनगर तक भारी बर्फबारी, पहाड़ी इलाकों में ढकी सफेद चादर

हिमाचल प्रदेश: शिमला से श्रीनगर तक भारी बर्फबारी, पहाड़ी इलाकों में ढकी सफेद चादर

हिमाचल प्रदेश के शिमला में शनिवार को साल 2022 की पहली बर्फबारी हुई जबकि राज्य के अधिकतर इलाके भीषण शीत लहर की चपेट में हैं।

शिमला के कई इलाकों में तेज बर्फबारी- India TV Hindi Image Source : ANI/TWITTER शिमला के कई इलाकों में तेज बर्फबारी

Highlights

  • शिमला में शनिवार को साल 2022 की पहली बर्फबारी हुई
  • हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर इलाके भीषण शीत लहर की चपेट में हैं
  • शिमला शहर के कई हिस्सों में बर्फबारी नहीं हुई

हिमाचल प्रदेश के शिमला में शनिवार को साल 2022 की पहली बर्फबारी हुई जबकि राज्य के अधिकतर इलाके भीषण शीत लहर की चपेट में हैं। जाखू, द रिज, बेनमोर और संजौली सहित शिमला शहर के कुछ ऊपरी हिस्सों में शनिवार सुबह हल्की बर्फबारी हुई। बेनमोर की पार्षद डॉ.किमी सूद ने 2022 की पहली बर्फबारी का स्वागत करते हुए अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया। 

हालांकि, छोटा शिमला, खलिनी और ढल्ली सहित शिमला शहर के कई हिस्सों में बर्फबारी नहीं हुई। राज्य के अधिकांश स्थानों में भीषण ठंड जारी है क्योंकि ऊपरी इलाकों में रुक-रुक कर बर्फबारी हो रही है जबकि मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। हिमपात के कारण आदिवासी जिलों लाहौल-स्पीति, किन्नौर और पांगी और चंबा जिले के भरमौर में सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। राज्य में सबसे कम तापमान लाहौल-स्पीति के प्रशासनिक केंद्र केलांग में शून्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

इसके अलावा कश्मीर में भारी हिमपात के कारण हवाई अड्डे पर दृश्यता बहुत कम हो गई थी जिसके कारण यहां से सभी निर्धारित उड़ानें रद्द कर दी गयी। इसके बाद कश्मीर का देश के बाकी हिस्सों से हवाई संपर्क टूट गया। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार को यहां दोपहर बाद शुरू हुई बर्फबारी कश्मीर घाटी के अधिकतर स्थानों पर दिन भर जारी रही। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक अधिकारी ने कहा, ‘श्रीनगर हवाई अड्डे से संचालित होने वाली सभी 40 उड़ानों को हिमपात के कारण रद्द करना पड़ा।’ उन्होंने कहा कि बर्फबारी से हवाई अड्डे पर दृश्यता 600 मीटर से भी कम हो गई। 

अधिकारी ने कहा कि कम दृश्यता से संबंधित समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाएगा क्योंकि इस साल नवंबर तक हवाईअड्डे पर एक उन्नत उपकरण लैंडिंग सिस्टम (आईएलएस) स्थापित किया जाएगा। उन्होंने कहा, 'कैट-द्वितीय आईएलएस की स्थापना अप्रैल 2022 में शुरू होगी और नवंबर 2022 तक पूरी हो जाएगी। उम्मीद है कि हम अगले साल इन कठिनाइयों का सामना नहीं करेंगे।'

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