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आतंकवादी हमलों के बाद कश्मीर में कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा

भाजपा नेता ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में भाजपा के दो पंचायत सदस्यों और एक सरपंच ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘हंदवाड़ा, कुपवाड़ा और सोपोर से भी एक एक पार्टी कार्यकर्ता ने इस्तीफा दिया है।’’

many kashmir bjp workers resign after terrorist attacks । आतंकवादी हमलों के बाद कश्मीर में कई भाजपा - India TV Hindi Image Source : PTI आतंकवादी हमलों के बाद कश्मीर में कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने दिया इस्तीफा

श्रीनगर. जम्मू कश्मीर में ग्राम स्तर के नेताओं को हाल में आतंकियों द्वारा निशाना बनाए जाने के बाद करीब एक दर्जन भाजपा नेताओं ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इसके बाद पार्टी ने घाटी के हर जिले में अपने सदस्यों और उनके परिवारों को ‘हॉस्टल की तरह का’ सुरक्षित आवास मुहैया कराने का सुझाव दिया है। बडगाम से भाजपा के ओबीसी मोर्चे के जिलाध्यक्ष अब्दुल हमीद नजर की सोमवार तड़के अस्पताल में मौत के बाद चिंताएं बढ़ गई हैं। नजर को एक दिन पहले ही उनके गांव में गोली मार दी गयी थी।

भाजपा के पंचायत सदस्यों और सरपंचों पर हाल के हमलों के बाद पिछले कुछ दिनों में कई पार्टी कार्यकर्ताओं खासकर निचले स्तर के कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की बात स्वीकार करते हुए एक भाजपा नेता ने कहा कि इनमें से कुछ मध्य कश्मीर के बडगाम जिले से हैं। इन दिनों सोशल मीडिया पर भाजपा नेताओं के इस्तीफे के ऐलान संबंधी पत्र और वीडियो पोस्ट किये जा रहे हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले में भाजपा के दो पंचायत सदस्यों और एक सरपंच ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘ हंदवाड़ा, कुपवाड़ा और सोपोर से भी एक एक पार्टी कार्यकर्ता ने इस्तीफा दिया है।’’

भाजपा के मीडिया प्रभारी मंजूर भट्ट ने कहा कि इन इस्तीफों का कोई असर नहीं होगा। हालांकि उनका कहना था कि पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं पर हमलों को गंभीरता से लिया है और उसने इन जिलों में अपने सदस्यों और उनके परिवारों के लिए सुरक्षित आवास तैयार करने का सुझाव दिया है। भट्ट ने कहा कि भाजपा के जम्मू कश्मीर महासचिव (संगठन) अशोक कौल ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के सामने यह मामला उठाया और पार्टी की जम्मू कश्मीर इकाई को अब पूरा विश्वास है कि सदस्यों की सुरक्षा के लिए कदम उठाया जाएगा।

वैसे कई भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को सुरक्षा या व्यक्तिगत सुरक्षित आवास प्रदान किया गया लेकिन ज्यादातर का कहना है कि उन्हें अपने परिवार की भी देखभाल करनी हैं और वे उनके बगैर नहीं रह सकते। भट्ट ने कहा, ‘‘यह भी, कि वे अन्य जिले में रहकर काम नहीं कर सकते। ऐसे में हमने सुझाव दिया है कि ऐसी हत्याएं रोकने के लिए हर जिले में हॉस्टल की तरह का आवास जैसे मुख्यालय, भाजपा कार्यकर्ताओं और उनके परिवारों के लिए बनाया जाए।’’

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