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Hindi News भारत राजनीति BJP Press Conference: 'गुजरात दंगों को लेकर मोदीजी को बदनाम करने के लिए सोनिया गांधी ने खर्च किए करोड़ों रुपए', बीजेपी ने साधा निशाना

BJP Press Conference: 'गुजरात दंगों को लेकर मोदीजी को बदनाम करने के लिए सोनिया गांधी ने खर्च किए करोड़ों रुपए', बीजेपी ने साधा निशाना

BJP Press Conference: बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि गुजरात दंगों को लेकर जिस तरह से उस समय के गुजरात सीएम नरेंद्र मोदी को अपमानित किया गया, झूठे षड़यंत्र में फंसाने का काम किया गया, उसके पीछे सोनिया गांधी की अहम भूमिका है।

Sambit patra- India TV Hindi Image Source : TWITTER Sambit patra

Highlights

  • 'मोदीजी की लो​कप्रियता से डरकर कांग्रेस उन्हें आगे बढ़ने से रोकना चाहती थी'
  • 'अहमद पटेल सिर्फ नाम, सोनिया गांधी का था काम'
  • राहुल गांधी को प्रमोट करने के लिए सोनिया ने पैसों को किया इस्तेमाल: संबित पात्रा

BJP Press Conference: साल 2002 के गुजरात दंगों को लेकर जांच कर रही विशेष जांच दल (SIT) ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्‍ता सीतलवाड़ को लेकर कई नए खुलासे किए हैं। इस खुलासे के बाद आज शनिवार को बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ किया कि गुजरात दंगों को लेकर जिस तरह से उस समय के गुजरात सीएम नरेंद्र मोदी को अपमानित किया गया, झूठे षड़यंत्र में फंसाने का काम किया गया, उसके पीछे सोनिया गांधी की अहम भूमिका है। गौरतलब है कि शुक्रवार को एसआईटी ने सत्र अदालत को बताया कि तीस्ता सीतलवाड़, पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार और पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट प्रदेश की मोदी सरकार को गलत तरीके से फंसाने और सरकार ग‍िराने की साजिश में शामिल थे। इन सबके पीछे दिवंगत कांग्रेस नेता अहमद पटेल का भी हाथ था। इस मामले पर संबित पात्रा ने कहा है कि कांग्रेस ने गुजरात दंगों में जिस प्रकार से मोदीजी को अपमानित और बदनाम करने के चेष्ठा की थी। उसकी अब परत दर परत सच्चाई सामने आ रही है। संबित ने कहा कि आज सुबह से देश देख रहा है कि एसआईटी ने जो जांच रिपोर्ट रखी है, यह बहुत से सत्यों को सामने लाती है। तीस्ता सीतलवाड़, श्री कुमार और संजीव भट्ट के खिलाफ एसआईटी जांच हुई। ये सभी पॉलिकिल आब्जेक्टिव या राजनीतिक मंसूबे के साथ काम कर रहे थे। 

'मोदीजी की लो​कप्रियता से डरकर कांग्रेस उन्हें आगे बढ़ने से रोकना चाहती थी' 

पात्रा ने कहा कि एफिडेविट में इस बात का खुलासा हुआ है कि कांग्रेस चाहती थी कि किस तरह से मोदी जो का परेशान किया जाए, ताकि जिस तरह से उनकी लोकप्रियता बढ़ रही थी, इससे कांग्रेस ने प्रयास किया कि भविष्य में इन्हें आगे न बढ़ने दिया जा सके। पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट के कहने से जांच हुई। संबित बोले कि दुख का विषय है कि जिस विषय पर पहले डिबेट होती थी, आज वह षडयंत्र सामने आया है। 

'अहमद पटेल सिर्फ नाम, सोनिया गांधी का था काम'

संबित पात्रा ने कहा कि इस मामले में अहमद पटेल का सामने आया है, जो सोनिया गांधी के सलाहकार थे। हालांकि वे हमारे बीच नहीं हैं, हम उन पर सीधे आरोप भी नहीं लगा रहे हैं और न ही इस मामले में उनके परिवार से कोई जवाब जानना चाहते हैं। अहमद पटेल मात्र एक नाम हैं, लेकिन काम तो सोनियाजी का था। इसलिए अपने मुख्य राजनीतिक सचेतक अहमद पटेल के माध्यम से सोनिया ने गुजरात की छवि को धूमिल करने की चेष्टा की। इस पूरे षड़यंत्र की रचयिता सोनिया गांधी थी। 

राहुल गांधी को प्रमोट करने के लिए सोनिया ने पैसों को किया इस्तेमाल: पात्रा

संबित पात्रा ने कहा कि मोदीजी को झूठे केस में फंसाने के लिए और राहुल गांधी को प्रमोट करने के लिए सोनिया गांधी ने पैसे का इस्तेमाल किया। तीस्ता सीतलवाड़, श्री कुमार और संजीव भट्ट ये तीनों अहमद पटेल के घर मिले। उद्देश्य यही था कि मोदी जो कि गुजरात के सीएम थे, उनको फंसाया जाए। तीस्ता से प्रसन्न होकर फिर सोनियाजी ने इन्हें पद्मश्री दिया था। ये तीस्ता सीतलवाड़ सोनिया गांधी की नेशनल एडवाइजरी कमेटी में थी। तिस्ता राज्यसभा की सीट चाहती थी, ये तो हम सरकार में आ गए वरना ये हो सकता था कि आज शायद वे बड़ी मंत्री होतीं। 

गुजरात की इमेज को खराब करने की कोशिश की गई

संबित पात्रा ने कहा कि सोनिया ने मोदीजी को बदनाम करने के लिए करोड़ों रुपए खर्च किए। गुजरात की इमेज को खराब करने की कोशिश की गई। संबित पात्रा ने सीधे तौर पर सोनिया पर आरोप लगाया कि गुजरात दंगे को लेकर किस तरह राजनीति की जाए, गुजरात को कैसे अस्थिर किया जाए, इस षड़यंत्र के पीछे सिर्फ सोनिया गांधी थी। 

सोनिया गांधी जवाब क्यों नहीं देती: संबित पात्रा

कांग्रेस पार्टी की एसआईटी मामले में दी जा रही सफाई पर संबित ने कहा कि हर मामले पर कांग्रेस यही जवाब देती है कि एसआइटी दबाव में काम कर रही है। बीजेपी दबाव की राजनीति करती है। जबकि सच तो यह है कि सोनिया गांधी को अब एसआइटी के खुलासे के बाद सच्चाई का उत्तर देना होगा।

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