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Hindi News भारत राजनीति 2 हजार के नोट पर राजनीति शुरू, विपक्ष के सवाल उठाने पर भाजपा ने गिनाए फायदे

2 हजार के नोट पर राजनीति शुरू, विपक्ष के सवाल उठाने पर भाजपा ने गिनाए फायदे

30 सितंबर तक 2000 रुपये का यह नोट वैध माना जाएगा। 2000 रुपये के नोट के बंद होने की घोषणा के बाद एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है। क्योंकि विपक्षी दलों द्वारा केंद्र सरकार पर फिर से निशाना साधा जा रहा है और 2016 में नोटबंदी की याद दिलाया जा रहा है।

Politics started on 2000 note BJP counted the benefits on raising the question of the opposition- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO 2 हजार के नोट पर राजनीति शुरू

Rs 2000 Currency Note Exchange: भारतीय रिजर्व बैंक ने 19 मई की शाम को घोषणा की कि 2000 रुपये के नोट को सर्कुलेशन से बंद किया जाएगा। हालांकि 2000 रुपये के नोट को बदलवाने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया है। 30 सितंबर तक 2000 रुपये का यह नोट वैध माना जाएगा। 2000 रुपये के नोट के बंद होने की घोषणा के बाद एक बार फिर राजनीति तेज हो गई है। क्योंकि विपक्षी दलों द्वारा केंद्र सरकार पर फिर से निशाना साधा जा रहा है और 2016 में नोटबंदी की याद दिलाया जा रहा है। 

विपक्ष ने उठाए सवाल

इस बाबत कांग्रेस का कहना है कि जब नोटबंद ही करना था तो लेकर आए ही क्यों थे। विपक्षी दलों द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी सरकार पर लगातार निशाना साधा जा रहा है। वहीं भाजपा नेताओं द्वारा आरबीआई और सरकार के इस फैसले को सही बताते हुए इसका फायदा गिनाया जा रहा है। भाजपा नेताओं द्वारा इसे काले धन के खिलाफ एक्शन बताया जा रहा है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगर दो हजार रुपये के नोट को बंद ही करना है ता तो इसे क्यों लाए। 

भाजपा ने किया बचाव

अशोक गहलोत ने कहा किअगर दो हजार का नोट पहले से चलन में नहीं ता तो इसपर भी आपको जवाब देना चाहिए। अशोक गहलोत कहा कि पहले भी ऐसी गलती कर चुके हैं और फिर से गलती कर दी। इस बाबत भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी ने नोटबंदी के फैसले को सही बताते हुए कहा कि यह काले धन पर दूसरी सर्जिकल स्ट्राइक है। वहीं उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने  कहा कि परेशान होने की जरूरत नहीं है। इस तरह के निर्णय राष्ट्रहित में होते हैं।  

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