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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश गाजियाबाद श्मशान घाट के ठेकेदार का एक और घपला! अभी से टूटने लगा है डेढ़ महीना पहले बना निर्माण

गाजियाबाद श्मशान घाट के ठेकेदार का एक और घपला! अभी से टूटने लगा है डेढ़ महीना पहले बना निर्माण

मुरादनगर में ही ठेकेदार अजय त्यागी की घटिया निर्माण की एक और तस्वीर सामने आई है।

<p>Ajay Tyagi</p>- India TV Hindi Image Source : GOOGLE Ajay Tyagi

गाजियाबाद के मुरादनगर में रविवार को श्मशान भूमि पर हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिवार वालों के आंसू अभी थमे भी नहीं थे, कि ठेकेदार अजय त्यागी का एक और घटिया निर्माण चर्चा में है। मुरादनगर में ही ठेकेदार अजय त्यागी की घटिया निर्माण की एक और तस्वीर सामने आई है। अजय त्यागी द्वारा मात्र डेढ़ महीने पहले ही बनाया गया निर्माण दरकने लगा है, इसके साथ ही यहां के नागरिकों का जीवन भी खतरे में पड़ रहा है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार मुरादनगर नगर पालिका से अजय त्यागी को कस्बे में नाला बनाने का 1 करोड़ 60 लाख रुपये का टेंडर मिला था । जिसमे  पाइपलाइन रोड से अंदर कस्बा चौपले तक नाले का निर्माण किया जाना था और उसको पटिया से ढकना था । लेकिन यहां मौके पर हैरान करने वाली तस्वीर है। डेढ महीने पहले जो सीमेंट का पटिया डाला गया था, वह अभी से टूटना शुरू हो चुका है। नाले की दीवार बनाई जानी थी लेकिन घटिया किस्म के ईंट लगाकर दीवार खड़ी की गई। 

Image Source : INDIA TVGhaziabad Muradnagar Cremation Ground accident 

जिलाधिकारी से कर चुके हैं शिकायत

स्थानीय लोगों ने इस नाले के निर्माण के वक्त ही नगर पालिका से लेकर जिलाधिकारी तक शिकायतें की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई और यह नाला भी अब  हादसे को दावत दे रहा है। इस नाले में घटिया सामग्री इस्तेमाल को लेकर शिकायत विजयपाल हितकारी समेत कई स्थानीय लोगो ने भी की था। इसके साथ ही विजयपाल हितकारी ने इस नाले के निर्माण के खिलाफ धरना और भूख हड़ताल भी की थी।

Image Source : INDIA TVGhaziabad Muradnagar Cremation Ground accident 

घटिया निर्माण समिग्री का प्रयोग

शमशान घाट कॉरिडोर के घटिया निर्माण की शिकायत करने वाले विजयपाल हितकारी बताते हैं कि पीली ईंट और 10-1 का सीमेंट मसाला इस्तेमाल किया जा रहा था। उन्होंने डीएम अजय शंकर पांडेय से मिलकर पूरे मामले की शिकायत की। लेकिन जिलाधिकारी की ठेकेदारों से सांठगांठ है इसलिए कोई कार्रवाई नही हुई। शिकायत कमिश्नर, नगर विकास सचिव, ईओ और नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष से भी की गई लेकिन कोई कार्रवाई नही हुई । अगर अधिकारी कारवाई करते तो 25 लोगो की जान आज बच गयी होती । 

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