श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने जम्मू-कश्मीर के कटरा और रियासी तथा उधमपुर जिलों के आसपास के इलाकों में भारी बारिश और भूस्खलन से प्रभावित 1,000 से अधिक परिवारों की सहायता के लिए एक महत्वपूर्ण राहत पहल शुरू की है। श्राइन बोर्ड ने एक बयान में कहा कि पुराना दरूर गांव के जिन परिवारों के घर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं, इस चुनौतीपूर्ण समय में उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन के अनुरोध पर अस्थायी रूप से उन्हें श्राइन बोर्ड के शक्ति भवन-निहारिका परिसर में स्थानांतरित कर दिया गया है।
वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने की मदद
शुरुआत में, कटरा और आसपास के क्षेत्रों में प्रभावित परिवारों को राहत सामग्री का समय पर वितरण सुनिश्चित करने के लिए 400 परिवारों के लिए राहत सामग्री रियासी जिला प्रशासन को सौंपी गई। बोर्ड की ओर से जारी बयान के मुताबिक राहत सामग्री में सूखा राशन किट, बर्तन, कंबल, दवाइयां, बाल्टियां, तिरपाल और टेंट शामिल हैं, ताकि तत्काल जरूरतों को पूरा किया जा सके और आपदा के बाद की स्थिति से निपटने में मदद मिल सके। एसएमवीडीएसबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सचिन कुमार वैश्य ने स्थानीय समुदाय को विशेष रूप से संकट के समय समर्थन देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
वैष्णो देवी मार्ग पर हुआ था भूस्खलन
बता दें कि बीते दिनों वैष्णो देवी में भूस्खलन की घटना देखने को मिली थी, जिसमें 34 लोगों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर के रियासी जिले में पर्वतीय क्षेत्र में स्थित वैष्णो देवी मंदिर के मार्ग पर एक दिन पहले भूस्खलन हुआ था। अधिकारियों ने कहा कि लगातार और भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कम से कम 20 लोग घायल हो गए। मंगलवार को अपराह्न करीब तीन बजे भूस्खलन हुआ और पहाड़ की ढलान से पत्थर, शिलाखंड और चट्टानें नीचे गिरने लगीं। इससे बेखबर लोग इसकी चपेट में आ गए। घटना के बाद वैष्णो देवी मंदिर की तीर्थयात्रा स्थगित कर दी गई। मृतकों में से अब तक 24 की पहचान हो चुकी है। इनमें से 14 महिलाएं हैं। कुछ तीर्थयात्री राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश, पंजाब और महाराष्ट्र के रहने वाले थे। अज्ञात 10 शवों में से चार महिलाओं के हैं।
(इनपुट-भाषा)