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Hindi News मध्य-प्रदेश अब टीचरों की लापरवाही से पेपर लीक, छात्रों को 6 मार्च को बांट दिया 11 मार्च वाला पेपर

अब टीचरों की लापरवाही से पेपर लीक, छात्रों को 6 मार्च को बांट दिया 11 मार्च वाला पेपर

मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में कक्षा 5वीं की बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। इस बार ये पेपर शिक्षकों की लापरवाही के कारण हुआ है। यहां 11 मार्च को होने वाला पेपर 6 मार्च को ही बांट दिया गया।

class 5th board exam paper leaked- India TV Hindi Image Source : INDIA TV आगर मालवा जिले में 5वीं बोर्ड का पेपर लीक

मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। खबर है कि जब कक्षा 5वीं की बोर्ड परीक्षा चल रही थी तो विभाग की लापरवाही के चलते इस दौरान छात्र को गलत पेपर वितरित कर दिया गया, जिससे पेपर लीक हो गया। बताया जा रहा है कि 6 मार्च को परीक्षा के दौरान लापरवाह शिक्षकों ने 11 मार्च को होने वाला पेपर बांट दिया। शिक्षकों ने हिंदी माध्यम के बच्चों का अंग्रेजी विषय का पेपर 6 मार्च को ही वितरित कर दिया। परीक्षा के बाद घर पहुंचे छात्रों ने इसकी जानकारी अपने माता-पिता को दी। 

कैसे हुआ पेपर लीक?

परीक्षा से लौटे छात्रों में से एक बच्चे के पिता देवेंद्र कटारिया ने इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर शिक्षा विभाग और एसडीएम सुसनेर को लिखित शिकायत दी। जिला प्रशासन तक जब इस मामले की शिकायत पहुंची तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। बता दें कि आगर मालवा जिले के सुसनेर स्थित सन्तोष कैथोलिक स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र का यह मामला है। यहां अंग्रेजी माध्यम में पड़ने वाले छात्रों को हिंदी माध्यम का द्वितीय भाषा का अंग्रेजी का पेपर थमा दिया गया। ऐसे में 11 मार्च को होने वाले अंग्रेजी का पेपर लीक होने से सैकड़ों बच्चों के भविष्य पर बड़ा असर हो सकता है।

UP बोर्ड में भी 12वीं का पेपर लीक

गौरतलब है कि इससे पहले उत्तर प्रदेश में भी 12वीं का पेपर लीक हुआ था। यूपी के आगरा में यूपी बोर्ड 12वीं क्लास का बोर्ड पेपर लीक हुआ था। यूपी बोर्ड का जीव विज्ञान और गणित का पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर लीक किया गया था। दावा है कि पेपर शुरू होने के 1 घंटे बाद ही ये बोर्ड पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर आ गया था। यूपी बोर्ड के ये दोनो पेपर 29 फरवरी को 2 बजे थे, लेकिन पेपर शुरू होने के करीब 1 घंटे बाद ही जीव विज्ञान और गणित का पेपर व्हाट्सएप ग्रुप पर आ गया था। जैसे ही पेपर व्हाट्सएप ग्रुप में आया, शिक्षा विभाग और प्रशासन में हड़कंप  मच गया।

(रिपोर्ट- राम यादव)