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Hindi News मध्य-प्रदेश बाबा बागेश्वर को पता था होने वाला है ट्रेन एक्सीडेंट? सवाल पर धीरेंद्र शास्त्री ने दिया ये जवाब

बाबा बागेश्वर को पता था होने वाला है ट्रेन एक्सीडेंट? सवाल पर धीरेंद्र शास्त्री ने दिया ये जवाब

ओडिशा भीषण ट्रेन हादसे को लेकर बागेश्वर धाम सरकार ने कहा कि मन व्यथित है, इससे हमें पीड़ा हुई है। हम पहली अर्जी यही लगाएंगे कि घायल लोग स्वस्थ हो जाएं।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

ओडिशा भीषण ट्रेन दुर्घटना पर बाबा बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि मन व्यथित है, इससे हमें पीड़ा हुई है। हम पहली अर्जी यही लगाएंगे कि घायल लोग स्वस्थ हो जाएं। ट्रेन हादसे पर मीडिया ने जब बागेश्वर धाम सरकार से पूछा कि आपकी शक्ति बड़ी घटना का संकेत दे पाती है? इस पर उन्होंने कहा, हां। 

हम राष्ट्र के हित की अर्जी लगाते रहते हैं: पंडित

उन्होंने कहा कि घटना के बारे में जानने की बात अलग है, लेकिन उसको टालना अलग है। भगवान कृष्ण को ये पता था कि महाभारत होगी, लेकिन वह उसे टाल नहीं पाए। हमारी शक्ति ये संकेत देती है कि जितनी पवन की ग​ति है, वहां तक संकेत मिल सकता है। हम राष्ट्र के हित की अर्जी लगाते रहते हैं। बागेश्वर धाम सरकार ने आगे कहा कि आतंकी हमला हो, चाहे छुपी हुई बात हो, हम अपनी शक्ति का इस्तेमाल करते रहेंगे। 

"बिना रोए तो मां भी बच्चे को दूध नहीं पिलाती"

बाबा बागेश्वर ने आगे कहा कि कई वैज्ञानिक कई भूगर्भ शास्त्री गुप्त तरीके से हमारे पास आते हैं, लेकिन बिना रोए तो मां भी बच्चे को दूध नहीं पिलाती, जब तक कोई हमारे पास आएगा नहीं, बालाजी के पास अर्जी लगाएगा नहीं, हम कैसे किसी को कुछ बताएंगे। ओडिशा रेल हादसे पर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने आगे कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया। भगवान से उनकी आत्म की शांति के लिए प्रार्थना की गई। वहां पर बालाजी की सेना जाए और घायल लोग ठीक हो जाएं। 

तीन ट्रेनों की टक्कर में 288 लोगों ने गंवाई जान

बता दें कि ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों की हुई टक्कर में 288 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। इस हादसे को देश की आजादी के बाद का सबसे बड़ा रेल हादसा माना जा रहा है। हादसे के बाद बालासोर में चारों तरफ अपनों की तलाश और घायलों के इलाज लिए चीख-पुकार है। बालासोर के अस्पतालों में डॉक्टर घायल लोगों की जान बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। इस हादसे में 900 से अधिक लोग घायल हो गए हैं।