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Hindi News मध्य-प्रदेश शराब के नशे में धुत्त पुलिसकर्मी की हालत देख गाड़ी छोड़कर भागा ड्राइवर, देखें वायरल वीडियो

शराब के नशे में धुत्त पुलिसकर्मी की हालत देख गाड़ी छोड़कर भागा ड्राइवर, देखें वायरल वीडियो

मध्य प्रदेश के सागर से एक पुलिसकर्मी का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें नशे में धुत्त पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान अपना होशो-हवास खो बैठा है। गाड़ी का ड्राइवर भी उसकी हालत देख उसे गाड़ी में छोड़कर भाग जाता है। देखें वायरल वीडियो-

drunken policeman- India TV Hindi नशे में धुत्त पुलिसकर्मी

सागर: जिले की रहली थाने एक पुलिसकर्मी को नशे की खुमारी इस कदर चढ़ी कि वह डायल 100 की गाड़ी में ड्यूटी के दौरान होशो-हवास खो बैठे। गाड़ी में ही बेतरतीबी से सो गए, ऐसा देखते ही ड्यूटी में तैनात ड्राइवर गाड़ी छोड़कर भाग खड़ा हुआ। मुश्किल ये थी कि गाड़ी बीच रास्ते में खड़ी थी और ट्रैफिक जाम लग गया। इन सबसे बेसुध ड्यूटी में तैनात प्रधान आरक्षक नशे की हालत में गाड़ी में ही पड़े रहे और लोग परेशानी झेलने को मजबूर रहे। इस दौरान लोगों ने जब पुलिस कर्मी से बात करनी चाही तो वह शराब के नशे मे ऐसे धुत्त थे कि उन्हें लोगों की आवाज तक सुनाई नहीं दे रही थी वे अपनी आंखें तक नहीं खोल पा रहे थे। 

मामला सागर जिले के रहली थाना से थोड़े ही दूर बस स्टैंड का हैं। डायल 100 की ड्यूटी में तैनात प्रधान आरक्षक जितेंद्र ठाकुर शराब के नशे में धुत नजर आए। लोगों ने उनसे बात करनी चाही तो वो सुन भी नहीं पा रहे थे लोगों ने उनकी हालत देखी और उनका वीडियो बना लिया।  यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसकी सूचना मिलते ही तुरंत पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और बाद में पुलिस कर्मी को निलंबित कर दिया गया। 

देखें वीडियो

अपराध नियंत्रण के लिए बनाया गया है डायल 100

बता दें कि मध्य प्रदेश में डायल 100 पुलिस सेवा अपराध नियंत्रण पर लगाम लगाने के लिए बनाई गई है। शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 10 से 20 मिनट के भीतर आमतौर पर पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचकर लोगों की मदद करे लेकिन इस तरह की शराब के नशे ने धुत रहने वाले पुलिसकर्मियों की तैनाती डायल 100 में की जाती है तो कैसे पॉइंट मिलने पर यह लोगों की मदद के लिए 10 से 15 मिनट में पहुंचेंगे जब खुद शराब के नशे में चूर हैं और इन्हें ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है। ऐसे में अगर कोई बड़ी घटना होती है तो इसके लिए जिम्मेदार कौन होगा।

इस पूरे मामले में रहली थाना प्रभारी विनोद विनायक करकरे का कहना है कि इवेंट आने पर डायल हंड्रेड की गाड़ी और ड्यूटी पर तैनात प्रधान आरक्षक को भेजा गया था। दोनों अंदर बस्ती में पॉइंट पर गाड़ी खड़ी करके गए थे। इसी दौरान नशे की हालत में आए प्रधान आरक्षक जितेंद्र गाड़ी में बैठ गए। इनकी गाड़ी में ड्यूटी नहीं थी और थाने में भी गैर हाजिरी दर्ज की गई थी। प्रधान आरक्षक जबरदस्ती जाकर गाड़ी में बैठ गए थे।

(सागर से टेकराम ठाकुर की रिपोर्ट)