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Hindi News मध्य-प्रदेश पीएम मोदी आज मध्य प्रदेश के लोगों को देंगे कई विकास परियोजनाओं का तोहफा, वैदिक घड़ी राष्ट्र को समर्पित करेंगे

पीएम मोदी आज मध्य प्रदेश के लोगों को देंगे कई विकास परियोजनाओं का तोहफा, वैदिक घड़ी राष्ट्र को समर्पित करेंगे

पीएम मोदी आज मध्य प्रदेश में साइबर तहसील परियोजना शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की सिंचाई परियोजनाओं की आधारिशला रखेंगे जिनमें ऊपरी नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुद्देश्यीय परियोजना और बासनिया बहुद्देश्यीय परियोजना शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी- India TV Hindi Image Source : FILE-PTI प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

 भोपालः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वीडियो कांफ्रेंसिग द्वारा 17,500 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि ‘विकसित भारत, विकसित मध्य प्रदेश’ कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री डिजिटल तरीके से सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, जलापूर्ति, कोयला और उद्योग जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों की कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। 

सिंचाई परियोजनाओं की आधारिशला रखेंगे प्रधानमंत्री

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी इस मौके पर मध्य प्रदेश में साइबर तहसील परियोजना भी शुरू करेंगे। प्रधानमंत्री 5,500 करोड़ रुपये से अधिक की सिंचाई परियोजनाओं की आधारिशला रखेंगे जिनमें ऊपरी नर्मदा परियोजना, राघवपुर बहुद्देश्यीय परियोजना और बासनिया बहुद्देश्यीय परियोजना शामिल हैं। 

 वैदिक घड़ी का उद्घाटन करेंगे पीएम

प्रधानमंत्री मोदी उज्जैन शहर में भारतीय पंचांग या समय गणना प्रणाली पर आधारित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का भी वर्चुअल तौर पर उद्घाटन करेंगे। आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि यह अपनी तरह की विश्व की पहली घड़ी है। विज्ञप्ति में कहा गया, "समय गणना की भारतीय प्रणाली दुनिया की सबसे पुरानी, ​​सूक्ष्म, शुद्ध, त्रुटि रहित, प्रामाणिक और विश्वसनीय प्रणाली है। इस सबसे विश्वसनीय प्रणाली को विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के रूप में उज्जैन में पुनः स्थापित किया जा रहा है। 

क्या होती है वैदिक घड़ी

 वैदिक घड़ी को उज्जैन जिले में तैयार किया गया है। इसे 85 फुट के टॉवर पर स्थापित किया गया है। यह दुनिया की पहली वैदिक घड़ी है। यह अनोखी घड़ी हिंदू पंचांग, ​​ग्रहों की स्थिति, मुहूर्त, ज्योतिषीय गणना, भविष्यवाणियों से संबंधित जानकारी देगी और भारतीय मानक समय (आईएसटी) और ग्रीनविच मीन टाइम (जीएमटी) भी बताएगी। समय की गणना एक सूर्योदय से दूसरे सूर्योदय तक की अवधि पर आधारित है।आईएसडी के अनुसार दो सूर्योदयों को 30 भागों में विभाजित किया जाएगा। प्रत्येक घंटे में 48 मिनट होंगे। रीडिंग 0:00 बजे से शुरू होगी। यह घड़ी वैदिक हिंदू पंचांग से मुहूर्त, तिथि और अन्य चीजों की जानकारी देगी।