आग लगने पर खिड़की तोड़कर अपनी जान बचाई: बुलढाणा बस हादसे में बचे यात्री ने सुनाई आपबीती
महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा जिले में शुक्रवार की रात एक भीषण बस दुर्घटना में 26 यात्रियों की जलकर दर्दनाक मौत हो गई।
बुलढाणा: महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में शुक्रवार देर रात हुई बस दुर्घटना में जीवित बचे एक यात्री ने पूरी घटना के बारे में विस्तार से बताया है। यात्री ने बताया कि उसने और कुछ अन्य यात्रियों ने बस की खिड़की तोड़कर किसी तरह अपनी जान बचाई। पुलिस ने बताया कि महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक यात्री बस में आग लगने से 26 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बस में 33 यात्री सवार थे।
‘बस का टायर फटने के तुरंत बाद लगी आग’
घटना के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि एक निजी ट्रैवल्स की बस नागपुर से पुणे जा रही थी, रास्ते में बुलढाणा जिले के सिंदखेडराजा के पास शुक्रवार देर रात करीब 1.30 बजे बस डिवाइडर से टकरा गई और इसमें आग लग गई। हादसे में जीवित बचे एक शख्स ने कहा, ‘बस का एक टायर फट गया और गाड़ी में तुरंत आग लग गई। देखते ही देखते आग फैल गई। मैं और मेरे बगल में बैठा एक यात्री पिछले हिस्से की खिड़की तोड़कर निकलने में सफल रहे।’
‘4 से 5 यात्री बस से निकलने में कामयाब रहे’
जीवित बचे व्यक्ति ने बताया कि हादसे के बाद पुलिस और दमकल की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंच गई थी। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि 4 से 5 यात्री बस की एक खिड़की तोड़कर निकलने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा, ‘लेकिन हर कोई ऐसा नहीं कर सका। जो लोग बाद में बस से निकल सके उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने हाइवे पर दूसरी गाड़ियों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका। पिंपलखुटा में इस रोड पर कई एक्सिडेंट होते हैं। मदद की गुहार लगने पर जब हम वहां गए तो हमने भयानक मंजर देखा।’
सरकार ने दिए हादसे की जांच के आदेश
स्थानीय निवासी ने बताया कि अंदर मौजूद यात्री खिड़कियां तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा, ‘हमने लोगों को जिंदा जलते देखा। आग इतनी भीषण थी कि हम कुछ नहीं कर सके।’ स्थानीय निवासी ने कहा कि अगर दूसरी गाड़ियां मदद के लिए रुकतीं तो और यात्रियों की जान बचाई जा सकती थी। बता दें कि हादसे के बाद पुलिस ने बस ड्राइवर और कंडक्टर को हिरासत में ले लिया है। वहीं, महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का एलान किया है और हादसे की हाई लेवल जांच के आदेश दिए हैं। (भाषा)