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Hindi News महाराष्ट्र नागपुर सेंट्रल जेल में मानसिक रूप से कमजोर कैदी के साथ कुकर्म, जज के पूछने पर पीड़ित ने बयां किया अपना दर्द

नागपुर सेंट्रल जेल में मानसिक रूप से कमजोर कैदी के साथ कुकर्म, जज के पूछने पर पीड़ित ने बयां किया अपना दर्द

आरोपी पहले से ही बलात्कार के एक मामले में 10 साल से जेल में बंद है। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

Maharashtra, Nagpur- India TV Hindi Image Source : तस्वीर सांकेतिक है नागपुर सेंट्रल जेल में मानसिक रूप से कमजोर कैदी के साथ कुकर्म

नागपुर:नागपुर सेंट्रल जेल में तरह-तरह के अपराधियों और आरोपियों को कैद करके रखा गया है। यहां कैदियों के सुधरने के उद्देश्य से रखा जाता है। लेकिन इसी जेल से एक ऐसी खबर सामने आई कि जले प्रशासन और पुलिस के होश ही उड़ गए। दरअसल यहां बलात्कार के मामले में ही पिछले 10 साल से सजा काट रहे एक कैदी ने दूसरे कैदी के साथ कुकर्म की घटना को अंजाम दिया। जब यह मामला सामने आया तब हडकंप मच गया।

तारीख पर कोर्ट में हुई पेशी, तब झाकर खुला मामला 

घटना का पता भी नहीं चलता, अगर पीड़ित कैदी को पेशी के लिए कोर्ट नहीं ले जाया जाता। जानकारी के अनुसार, पीड़ित कैदी मानसिक तौर पर कमजोर है और जब उसे तारीख के दौरान अदालत ले जाया गया, जहां उसकी हालात देख जज को शक हुआ। इसके बाद पूछताछ में इस आपराधिक घटना का खुलासा हुआ। अब अदालत ने पुलिस को 24 घंटे के अंदर जांच पूरी कर अदालत में रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार 

पुलिस ने आरोपी को इस मामले गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम रोहन बोहरीदास बताया जा रहा है और आरोपी पहले से ही बलात्कार के मामले में 10 साल की सजा काट रहा है और अगले 2 वर्षो में उसकी सज़ा पूरी होने वाली थी। यह वारदात सोमवार रात को जेल अस्पताल में हुई। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मानसिक रूप से अस्वस्थ कैदी की तबीयत खराब थी जिसके कारण उसे जेल के अंदर मौजूद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

पीड़ित की सेवा में आरोपी को लगाया था 

वहीं आरोपी रोहन को अस्पताल में मरीजों की सेवा करने के लिए रखा गया था। बुधवार रात को आरोपी पीड़ित के साथ लैंगिंग अत्याचार करते हुए घायल कर दिया। दूसरे दिन जब उसे अदालत में पेश करने के लिए ले जाया गया तो उसकी हालात देखकर जज को शक हुआ। इसके बाद उससे पूछताछ की गई। जिसमें पीड़ित ने अपने साथ हुए अत्याचार की पूरी जानकारी दी। यह सुनते ही पुलिस प्रशासन और जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। अदालत ने तुरंत आरोपी को हिरासत में लेने और 24 घंटे के अंदर जांच पूरी करने का आदेश दिया।