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Hindi News महाराष्ट्र जाली नोटों के रैकेट का नागपुर एटीएस ने किया भंडाफोड़, 'एक का डबल' करने वाला पकड़ा गया; ऐसे करते थे ठगी

जाली नोटों के रैकेट का नागपुर एटीएस ने किया भंडाफोड़, 'एक का डबल' करने वाला पकड़ा गया; ऐसे करते थे ठगी

जाली नोटों के खिलाफ एटीएस ने नागपुर में बड़ा ऑपरेशन चलाया है और शहर के हसन बाग में छापा मारकर 27 लाख रुपये बरामद किए हैं। इतना ही नहीं करोड़ों की ठगी में लिप्त नागपुर का संदिग्ध पप्पू पटेल और एक अन्य को हिरासत में लिया है। एटीएस ने छापेमारी में मोबाइल, लैपटॉप, डीबीआरएल दस्तावेज और नकद 27 लाख रुपए बरामद किए हैं।

nagpur ats- India TV Hindi Image Source : INDIA TV एटीएस ने नागपुर में बड़ा ऑपरेशन चलाया

नकली नोटों का धंधा करने वाले परवेज उर्फ पप्पू पटेल के घर और कार्यालय पर नागपुर एटीएस ने छापा मारकर लगभग 27 लाख रुपये कैश बरामद किए हैं। दो दिनों में दुगने से अधिक रुपये लौटाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले परवेज उर्फ पप्पू पटेल द्वारा जाली नोटों का रैकेट चलाए जाने के संदेह में एटीएस ने जब हसन बाग में ऑटो डील ऑफिस सहित तीन जगह पर छापे मारे। इस कार्रवाई में एटीएस द्वारा मोबाइल, लैपटॉप, डीबीआरएल दस्तावेज और नकद 27 लाख रुपये बरामद किए हैं। कल सुबह 9 बजे से ATS ने छापेमारी की शुरुआत की जो देर रात तक चलती रही।

रकम दुगनी करने का देता था लालच
एटीएस के दस्ते ने छापेमारी कर दो लोगों को हिरासत में लिया है और लाखों रुपए की नकदी जप्त करने के साथ-साथ कई दस्तावेज भी जप्त किए हैं। एटीएस को गुप्त जानकारी मिली थी कि पप्पू पटेल नकली नोट के कारोबारी में लिप्त है। एटीएस को सूचना मिली थी कि पटेल लोगों का रकम दुगनी करने का लालच देकर ठगी भी करता है।

नकली नोटों के धंधे में लिप्त है परवेज
एटीएस की टीम इस दिशा में भी छानबीन कर रही है कि कहीं इनका हवाला, टेरर फंडिंग से कोई संपर्क तो नहीं है। परवेज पटेल का हसन बाग में बिलाल इंटरप्राइजेज नाम से एक आलीशान कार्यालय है। पटेल अपने दोस्त के साथ मिलकर जमीन की खरीद-फरोख्त का भी काम करता है। बीते कुछ दिनों से एटीएस की टीम परवेज पटेल पर नजर रखी हुई थी। पटेल के बारे में एटीएस को गुप्त जानकारी मिली थी कि वह नकली नोटों के धंधे में लिप्त है।

एजेंट कराते थे असली के बदले नकली नोट की डील
एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार, इस रैकेट का नेटवर्क पड़ोसी राज्य एमपी और छत्तीसगढ़ तक फैला हुआ है। कई धनी लोग इस रैकेट के बलि चढ़े हैं। पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी देने पर आरोपी हत्या करने और फर्जी मामले में फंसने की धमकी देकर शांत कर देते थे। लोगों को लूटने के लिए उसने एजेंट पाल रखे थे। यह एजेंट लोगों को असली नोटों की एवज में दोगुना नकली नोट दिलाने का झांसा देते थे। विश्वास में लेने के लिए लोगों को नकली बताकर असली नोट दिए जाते थे, यह नोट असली होने के कारण बाजार में आसानी से चल जाती थे। इसके बाद असली के बदले नकली नोट की डील करने बुलाया जाता था।

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