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Hindi News महाराष्ट्र मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस में लगा विस्टाडोम कोच, दिखते हैं प्रकृति के शानदार नजारे

मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस में लगा विस्टाडोम कोच, दिखते हैं प्रकृति के शानदार नजारे

भारतीय रेलवे ने शनिवार को मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन में विस्टाडोम कोच सेवा शुरू की है।

Vistadome Coach, Vistadome Coach Deccan Express, Deccan Express, Vistadome Coach Specialties- India TV Hindi Image Source : TWITTER/@PIYUSHGOYAL भारतीय रेलवे ने शनिवार को मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन में विस्टाडोम कोच सेवा शुरू की है।

मुंबई: भारतीय रेलवे ने शनिवार को मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन में विस्टाडोम कोच सेवा शुरू की है। इस कोच में कई आलीशान सुविधाएं शामिल हैं, जिससे अब यात्री सफर के साथ-साथ अच्छे से प्रकृति के नजारे भी ले सकेंगे। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्विटर हैंडल पर नए कोच की कई तस्वीरों और वीडियो को साझा करते हुए लिखा, ‘पश्चिमी घाट का एक मनोरम दृश्य: पुणे-मुंबई डेक्कन एक्सप्रेस में पहली बार विस्टाडोम कोच की चौड़ी खिड़की के साथ शीशे और कांच की छतें यात्रियों को एक निर्बाध, अद्वितीय और अविस्मरणीय यात्रा अनुभव प्रदान करती हैं। आइए, पश्चिमी घाट का ऐसा अनुभव प्राप्त करें, जैसा पहले कभी नहीं किया गया था।’

दिखाई देंगे पश्चिमी घाट के सुंदर नजारे
रेल मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि मुंबई-पुणे डेक्कन एक्सप्रेस स्पेशल ट्रेन ने शनिवार को एलएचबी रेक और विस्टाडोम कोच के साथ अपनी पहली यात्रा शुरू की। यह ट्रेन अपने खास विस्टाडोम कोच को लेकर अब सुर्खियों में आ गई है। ये कोच अपनी लग्जरी सुविधाओं के लिए जाने जाते हैं। वातानुकूलित कोच में छत पर कांच के पैनल हैं और इस कोच में बड़ी खिड़कियां दी गई हैं। इसकी सीटें 180 डिग्री तक घूम सकती हैं। अब यात्री मुंबई से पुणे के लिए इस ट्रेन में सवार होंगे तो उन्हें नदी, झरने और पश्चिमी घाट के सुंदर नजारे साफ दिखाई देंगे, जो इस सफर को रोमांचक बना देगा।


झरने, सुरंगे, नदियां... दिखेंगी कई चीजें
अधिकारी ने कहा कि यात्री घाटियों और झरनों के निर्बाध दृश्यों का आनंद लेने के लिए उत्सुक थे, क्योंकि यह अनुभव मुंबई-गोवा मार्ग पर एक विस्टाडोम कोच में यात्रा करने के समान ही है। फिलहाल मुंबई-मडगांव जन शताब्दी स्पेशल ट्रेन में विस्टाडोम कोच सेवा चालू है। मुंबई-पुणे मार्ग पर यात्री अब माथेरान पहाड़ी (नेरल के पास), सोंगीर पहाड़ी (पलासधारी के पास), उल्हास नदी (जाम्ब्रुंग के पास), उल्हास घाटी, खंडाला के क्षेत्रों के पास से गुजरते हुए प्रकृति के साथ प्राकृतिक सुंदरता और अनुभव का आनंद ले सकेंगे। इसके अलावा लोनावाला और दक्षिण पूर्व घाट खंड पर झरने, सुरंगें और अन्य सुंदर नजारे भी यात्रियों को रोमांच से भर देंगे।

पिछले साल लॉन्च किए थे विस्टाडोम कोच
रेलवे ने पिछले साल नए डिजाइन वाले विस्टाडोम कोच लॉन्च किए थे। रेलवे अधिकारी ने कहा कि विस्टाडोम टूरिस्ट कोच में यात्रियों के लिए 44 सीटों के साथ एक कांच की छत सहित देखने का एक बड़ा क्षेत्र मिल जाता है। यही नहीं, यात्री अपनी सीटों को भी 180 डिग्री तक घुमा सकते हैं और अपना मुंह खिड़की की ओर करके आसानी से नजारे देख सकते हैं। कोच में वाई-फाई आधारित यात्री सूचना प्रणाली (पैसेंजर इंफोर्मेशन सिस्टम) भी है। अधिकारी ने बताया कि पहली बार विस्टाडोम कोच एलएचबी प्लेटफॉर्म पर बनाया गया है, जो ज्यादा सुरक्षित है।