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Hindi News महाराष्ट्र सऊदी अरब के मदीना में सिनेमाहॉल खोलने के फैसले पर मुंबई में मचा बवाल, रजा अकादमी ने किया प्रदर्शन

सऊदी अरब के मदीना में सिनेमाहॉल खोलने के फैसले पर मुंबई में मचा बवाल, रजा अकादमी ने किया प्रदर्शन

सऊदी अरब के मदीना मुनव्वरा में सिनेमा हॉल खोलने पर सऊदी सरकार के खिलाफ भारतीय सुन्नी मुसलमानों के संगठन रज़ा अकादमी ने मुंबई के मीनारा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। सऊदी अरब सरकार ने जब से मदीना में सिनेमा हॉल खोलने का फैसला लिया है तब से भारतीय मुसलमानों में नाराजगी है।

सऊदी अरब के मदीना में सिनेमाहॉल खोलने के फैसले पर मुंबई में मचा बवाल, रजा अकादमी ने किया प्रदर्शन- India TV Hindi Image Source : INDIA TV सऊदी अरब के मदीना में सिनेमाहॉल खोलने के फैसले पर मुंबई में मचा बवाल, रजा अकादमी ने किया प्रदर्शन

मुंबई। सऊदी अरब के मदीना मुनव्वरा में सिनेमा हॉल खोलने पर सऊदी सरकार के खिलाफ भारतीय सुन्नी मुसलमानों के संगठन रज़ा अकादमी ने मुंबई के मीनारा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन किया। सऊदी अरब सरकार ने जब से मदीना में सिनेमा हॉल खोलने का फैसला लिया है तब से भारतीय मुसलमानों में नाराजगी है। कई मुस्लिम समूह और उलेमा अब सऊदी अरब की हुकूमत के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में मुंबई में गुरुवार को रज़ा अकादमी ने सऊदी अरब के मदीना मुनव्वरा में सिनेमा हॉल खोलने पर सऊदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया और कहा कि सऊदी अरब ने इस्लामिक देश के रूप में अपनी विश्वसनीयता खो दी है। 

रजा अकादमी के बैनर तले बड़ी तादाद में भारतीय मुस्लिम समुदाय के लोग पोस्टर लेकर प्रदर्शन किया। रजा अकादमी ने अपने बयान में कहा, 'सऊदी अरब में आधुनिकता की आड़ में एंटी-इस्लामिक कानूनों के पीछे इजराइल का योजनाबद्ध षड्यंत्र है, ताकि मुसलमानों के दिलों में पश्चिमी सभ्यता के लिए जगह बनाई जा सके। सऊदी के किंग सलमान का यह कदम उम्मा के लिए जहर के जैसा है क्योंकि वे इन पवित्र जगहों पर समाज की बुराइयों से अपने आपको शुद्ध करने के लिए जाते हैं। साफ पता चलता है कि किंग सलमान अपनी यहूदी मां के प्रभाव में आकर मक्का और मदीना की पवित्रता को नष्ट करने की साजिश है। मक्का और मदीना को एक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनाने का उनका ख्वाब और कुछ नहीं बल्कि इस्लाम पर हमला है।'

रजा अकादमी ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है कि सऊदी अरब के शासकों को सद्बुद्धि आएगी वर्ना वह दिन दूर नहीं जब उन्हें उनके तख्त से खींचकर उतार दिया जाएगा और वे पूरी तरह से मुसलमानों के रहमो करम पर होंगे, लेकिन इस्लाम और इंसानियत के खिलाफ किए गए उनके गुनाहों के लिए उन्हें कतई माफ नहीं किया जाएगा।