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Mizoram Assembly Election Result 2023: मिजोरम में सरकार बनाने के लिए कितने सीटों की है जरूरत?

Mizoram Assembly Election Result 2023: मिजोरम विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित किए जाएंगे। 2018 के विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने बहुमत हासिल करते हुए 26 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। अब देखना होगा कि 2023 के चुनाव में कौन सी पार्टी बहुत के जादुई आंकड़े को छूती है।

मिजोरम विधानसभा चुनाव रिजल्ट 2023- India TV Hindi मिजोरम विधानसभा चुनाव रिजल्ट 2023

Mizoram Assembly Election Result 2023: मिजोरम की सभी 40 विधानसभा सीटों पर 7 नवंबर को मतदान हुआ था और आजा यानी 3 दिसंबर को चुनाव के नजीते घोषित किए जाएंगे। फिलहाल मिजोरम में मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) की सरकार है। 2018 के विधानसभा चुनाव में मिजो नेशनल फ्रंट ने बहुमत हासिल करते हुए 26 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी। बाद के उपचुनावों में दो और सीटों पर जीत दर्ज की थी। मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के अध्यक्ष और मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने भरोसा जताया कि उनकी पार्टी सत्ता बरकरार रखने में कामयाब रहेगी। हालांकि, इस बार का मुकाबला त्रिकोणीय बताया जा रहा है। मिजोरम में किसी भी पार्टी को सरकार बनाने के लिए कम से कम 17 सीटें अपने पाले में करनी होंगी।

2018 में हुआ था बड़ा उलटफेर

इस बार 2023 के मिजोरम चुनाव में मुख्यमंत्री जोरमथांगा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ नेशनल फ्रंट (एमएनएफ), जोरम पीपल्स मूवमेंट (जेडपीएम) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। 1987 में राज्य का दर्जा प्राप्त करने के बाद से मिजोरम में परंपरागत रूप से कांग्रेस और एमएनएफ दो पार्टियां थीं। हालांकि, 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में मिजोरम में बड़ा उलटफेर देखने को मिला था। मिजो नेशनल फ्रंट ने जहां 10 साल से सत्ता में काबिज कांग्रेस को हराकर राज्य की कमान संभाली थी, तो वहीं जोरम पीपल्स मूवमेंट (ZPM) ने विधानसभा चुनावों में प्रमुख विपक्ष के रूप में कांग्रेस की जगह ले ली थी। इस बार भी ऐसा ही उलटफेर होने के आसार जताए जा रहे हैं। 

कौन देगा टक्कर, ZMP या कांग्रेस?

2018 के चुनाव में जेडपीएम ने 8 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की थी, तो वहीं कांग्रेस ने 5 विधानसभा क्षेत्रों में जीत हासिल की थी। बीजेपी ने ईसाई बहुल राज्य में एक सीट जीतकर अपना खाता खोला था। बाद में कांग्रेस का एक विधायक इस्तीफा देकर सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट में शामिल हो गया था। इस बार के चुनावों में मिजो नेशनल फ्रंट, कांग्रेस और जोरम पीपुल मूवमेंट ने राज्य की सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। बीजेपी और आम आदमी पार्टी ने राज्य की 23 और 4 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं। इस बार के चुनाव में 27 निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं। 

मिजोरम की हाई प्रोफाइल सीटें?

मिजोरम के मुख्यमंत्री और एमएनएफ के प्रमुख जोरमथंगा आईजोल ईस्ट से लड़ रहे हैं। बीजेपी के राज्य प्रमुख वनलालहमुका डम्पा और कांग्रेस की मिजोरम इकाई के प्रमुख लालसावता आइजोल पश्चिम-3 निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं। जेडपीएम अध्यक्ष लालदुहोमा सेरछिप सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। मिजोरम के 11 जिलों में से सबसे ज्यादा 55 उम्मीदवार आइजोल जिले की 12 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि सबसे कम तीन उम्मीदवार हनाथियाल जिले की एकमात्र सीट पर चुनावी मैदान में हैं।

क्या हैं एग्जिट पोल के आंकड़े?

एग्जिट पोल के आंकड़ों पर गौर करें तो मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) को सबसे ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं, लेकिन बहुमत का आंकड़ा पार करती नजर नहीं आ रही है। इंडिया टीवी-CNX के एग्जिट पोल में मिजोरम की 40 सीटों में सत्तारूढ़ MNF को 14 से 18 सीटें मिलने का अनुमान है। मुख्य विपक्षी पार्टी जोरम पीपल्स मूवमेंट (ZPM) को 12 से 16 सीटें मिलते दिख रही है। वहीं, कांग्रेस 8 से 10 सीटें जबकि बीजेपी 0-2 सीटें हासिल करती नजर आ रही हैं। इसके अलावा अन्य के खाते में शून्य सीट है। ऐसे में इस बार बिना गठबंधन के इनमें से कोई भी पार्टी सरकार बनाती नजर नहीं आ रही है। 

इन बड़े नेताओं ने किया था चुनाव प्रचार

मिजोरम चुनाव में कांग्रेस के बड़े नेता राहुल गांधी, जयराम रमेश और शशि थरूर ने अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार किया था वहीं, बीजेपी ने भी चुनाव जीतने के लिए अपने तमाम बड़े नेता और केंद्रीय मंत्रियों को झोंक दिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल और किरेन रिजिजू ने बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार किया था।