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पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की

पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सिबिन ने चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी और मतदाताओं की कुल संख्या जैसे प्रमुख आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला।

सांकेतिक तस्वीर- India TV Hindi Image Source : FILE- ANI सांकेतिक तस्वीर

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सिबिन सी ने लोकसभा चुनाव से पहले सोमवार को प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। लोकसभा की 543 सीट पर होने वाले चुनाव के लिए सात चरण में मतदान होगा, पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान किया जाएगा। मतगणना चार जून को होगी। पंजाब में 13 लोकसभा सीट के लिए एक जून को मतदान होगा।

पंजाब में इतने मतदाता हैं

एक विज्ञप्ति के अनुसार, बैठक के दौरान मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) सिबिन ने चुनाव प्रक्रिया के बारे में विस्तृत जानकारी दी और मतदाताओं की कुल संख्या जैसे प्रमुख आंकड़ों पर भी प्रकाश डाला। पंजाब में 2,12,71,246 मतदाता हैं, जिनमें 1,11,92,959 पुरुष, 1,00,77,543 महिलाएं और 744 ट्रांसजेंडर हैं।  

सीनियर पुलिस अधिकारियों के साथ डीजीपी ने की मीटिंग

इससे पहले पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने रविवार को कहा कि राज्य पुलिस सीमावर्ती राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए पूरी तरह से तैयार है। एक आधिकारिक बयान के मुताबिक डीजीपी यादव ने विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अर्पित शुक्ला के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आम चुनाव के लिए राज्य में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के लिए मुख्यालय के सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशकों, पुलिस महानिरीक्षकों, उपमहानिरीक्षकों, पुलिस आयुक्तों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों के साथ एक बैठक में यह टिप्पणी की।

अपराधियों पर रखी जा रही नजर

पुलिस महानिदेशक ने सभी अधिकारियों को आदर्श आचार संहिता के सभी पहलुओं का सख्ती से पालन करने तथा स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए भारत निर्वाचन आयोग के सभी निर्देशों और दिशानिर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया। विशेष डीजीपी (कानून एवं व्यवस्था) शुक्ला ने कहा कि राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी गई है और अधिकारियों को पुलिस बल का अंकेक्षण करने तथा चुनाव के दौरान तैनाती के लिए 75 प्रतिशत पुलिस बल जुटाने के लिए कहा गया है।

शुक्ला ने कहा कि सभी पुलिस आयुक्तों और एसएसपी को पहले ही असामाजिक तत्वों पर नजर रखने और आम जनता के बीच विश्वास पैदा करने के लिए अपने अधिकार क्षेत्र में ‘फ्लैग मार्च’ करने के लिए कहा गया है। शुक्ला ने कहा कि राज्य के संवेदनशील जिलों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 25 कंपनियां तैनात की गई हैं। 

इनपुट- भाषा