A
Hindi News राजस्थान राजस्थान: बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होटलों में रखने की होगी व्यवस्था, 5 हजार तक रेट तय

राजस्थान: बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होटलों में रखने की होगी व्यवस्था, 5 हजार तक रेट तय

राजस्थान में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी के बाद गहलोत सरकार का नया फैसला सामने आया है। अब बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होटलों में रखने की व्यवस्था होगी।

राजस्थान: बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होटलों में रखने की होगी व्यवस्था, 5 हजार तक दाम तय- India TV Hindi Image Source : PTI FILE PHOTO राजस्थान: बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होटलों में रखने की होगी व्यवस्था, 5 हजार तक दाम तय

जयपुर: राजस्थान में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी के बाद गहलोत सरकार का नया फैसला सामने आया है। अब बगैर लक्षण वाले कोरोना मरीजों को होटलों में रखने की व्यवस्था होगी। निजी अस्पताल नजदीकी किसी भी होटल में बना सकते कोविड केयर सेंटर है। इन कोविड सेंटर के लिए चिकित्सा विभाग ने तय किए मरीज से लिए जाने वाले दाम, हाई क्लास होटल में ₹5000, मिडिल क्लास होटल में ₹4000 और स्टैंडर्ड क्लास होटल के लिए ₹3000 निर्धारित किए गए है। इन पैसे में दोनों समय का भोजन, नाश्ता, पानी, डिसइन्फेक्शन, दवा, ऑक्सीजन सिलेंडर एवं अन्य उपकरण और मास्क शामिल है।

राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या शनिवार को बढ़कर 1,116 हो गयी, वहीं राज्य में 718 नये संक्रमित मिले हैं। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े दस बजे तक के बीते लगभग 12 घंटे में राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण से आठ और लोगों मौत हुई हैं। इसके साथ ही संक्रमण के 718 नये मामले सामने आने से राज्य में इस घातक वायरस से संक्रमित लोगों की अब तक की कुल संख्या 88,515 हो गयी जिनमें से 15,409 रोगी उपचाराधीन हैं। 

राजस्थान में 84 प्रतिशत कोरोना वायरस संक्रमित ठीक हो रहे: चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा

राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमितों के ठीक होने की दर 82 फीसद है। राज्य के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने बताया कि राज्य में संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है लेकिन यहां लगभग 82 फीसद मरीज स्वस्थ होकर घर जा रहे हैं। इसके अलावा प्रदेश में मरीजों के बीच मृत्युदर में लगातार गिरावट आ रही है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमितों को बड़ी राहत देते हुए प्रदेश के निजी अस्पतालों में इलाज के दौरान शुल्क की दरें निर्धारित कर दी गयी हैं। निर्देशों का कडाई से पालन नहीं करने वाले निजी अस्पतालों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। 

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि प्रदेश में अभी प्रतिदिन 51 हजार 640 जांच करने की क्षमता विकसित की जा चुकी है। यह क्षमता आने वाले दिनों में 75 हजार से ज्यादा हो जाएगी। उन्होंने बताया कि राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण की जांच की रिपोर्ट अब रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मिल सकेगी। यह सुविधा सात सितंबर से शुरू होगी । प्रमुख शासन सचिव (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) अखिल अरोरा ने शुक्रवार को इस बाबत एक परिपत्र जारी कर कोरोना जांच के नमूने की रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश जारी किए हैं। आम लोग ‘राज कोविड इंफो मोबाइल एप’ के जरिए भी जांच रिपोर्ट प्राप्त कर सकते हैं।