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Hindi News राजस्थान ठंड के मौसम में भी गर्मी से तप रहा है राजस्थान का ये जिला, दिसंबर में 33 डिग्री पहुंचा तापमान

ठंड के मौसम में भी गर्मी से तप रहा है राजस्थान का ये जिला, दिसंबर में 33 डिग्री पहुंचा तापमान

जब उत्तर भारत भीषण सर्दी झेल रहा है और अक्टूबर-नवंबर में ही दशक के सबसे ज्यादा ठंडे दिन दर्ज हो चुके हैं, तब राजस्थान के चुरू और बाड़मेर शहर में पारा ऊपर चढ़ रह है।

<p>Rajasthan</p>- India TV Hindi Image Source : FILE Rajasthan

जयपुर।  जब उत्तर भारत भीषण सर्दी झेल रहा है और अक्टूबर-नवंबर में ही दशक के सबसे ज्यादा ठंडे दिन दर्ज हो चुके हैं, तब राजस्थान के चुरू और बाड़मेर शहर में पारा ऊपर चढ़ रह है। यहां पिछले कई सालों में दिसंबर का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया जा रहा है। शुक्रवार को चूरू में 33.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है, जो पिछले 17 सालों में दिसंबर का सबसे अधिक तापमान था। अधिकारियों के मुताबिक, इससे पहले 2003 में इसी तारीख को 33.5 डिग्री तापमान था। इसी तरह बाड़मेर में भी पिछले 12 साल में सबसे ज्यादा 34.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। राज्य में तापमान में तेज वृद्धि देखी जा रही है।

राज्य के कई जिलों में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसमें अजमेर मे 32.1, जयपुर में 30.9 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 33, चित्तौड़गढ़ में 32.6 और भीलवाड़ा में 32.4 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।

बता दें कि राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में रात का तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया है। सीकर में रात का तापमान सबसे कम 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। विभाग के अनुसार, पिलानी और चूरू में न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि राज्य के अन्य स्थानों पर रात का न्यूनतम तापमान नौ डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया।

विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिमी हवाओं के कारण वायु के रुख में बदलाव आया है और पिछले दो-तीन दिनों से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि देखी गई है। उन्होंने बताया कि राज्य के अधिकतर हिस्सों में तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस से लेकर 5.6 डिग्री सेल्सियस के बीच सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। मौसम की यही स्थिति आगामी दो-तीन दिन बने रहने की संभावना है। उन्होंने बताया कि रात का तापमान सात दिसंबर के बाद गिरेगा। मरू प्रदेश में आठ दिसंबर तक शीतलहर की कोई चेतावनी नहीं है।