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Hindi News धर्म श्री माता वैष्णो देवी के भवन पर करना चाहते हैं हवन, तो कितना देना होगा शुल्क, क्या है टाइमिंग, जानिए

श्री माता वैष्णो देवी के भवन पर करना चाहते हैं हवन, तो कितना देना होगा शुल्क, क्या है टाइमिंग, जानिए

माता वैष्णो देवी के दरबार में जाकर आप हवन करवा सकते हैं साथ ही ऑनलाइन हवन की सुविधा भी मंदिर में शुरू हो चुकी है। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं कि हवन करवाने के लिए कितना शुल्क आपको देना होता है और हवन करने की टाइमिंग क्या हैं।

मां वैष्णो देवी मंदिर - India TV Hindi Image Source : UNSPLASH माता वैष्णो देवी मंदिर

Mata Vaishno Devi: माता वैष्णो देवी को सभी मनोकामनाएं पूरी करने वाला माना जाता है। यही वजह है कि हर साल लाखों की संख्या में भक्त माता वैष्णो देवी के दर्शन करने पहुंचते हैं। भक्तों के द्वारा माता के दरबार में हवन भी किया जाता है। हवन की सुविधा अब ऑनलाइन और ऑफलाइन उपलब्ध है। यानि अगर आप वैष्णो देवी मंदिर ना भी जा पाएं तो घर बैठे ही माता के दर्शनों का और हवन का पुण्य फल प्राप्त कर सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताने वाले हैं कि मां वैष्णो देवी मंदिर में हवन की टाइमिंग क्या है और हवन करवाने के लिए कितना शुल्क आपको देना होता है। 

माता वैष्णो देवी में हवन का शुल्क

वैष्णो देवी मंदिर में अब ऑफलाइन और ऑनलाइ दोनों तरीकों से हवन किया जा सकता है। ऑफलाइन बुकिंग करवाने के लिए आपको दुर्गा भवन के रिसेप्शन में बुकिंग करनी होती है वहीं ऑनलाइन बुकिंग आप श्राइन बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट (www.maavaishnodevi.org) से कर सकते हैं। वैष्णों देवी मंदिर में आप ऑफलाइन और ऑनलाइन हवन अकेले भी कर सकते हैं और परिवारिक सदस्यों के साथ भी। इसका शुल्क नीचे दिया गया है। 

  • व्यक्तिगत हवन शुल्क (केवल एक सदस्य के लिए): ₹3,100
  • दो सदस्यों के लिए हवन का शुल्क: ₹5,100
  • पूरे परिवार के लिए हवन शुल्क (पांच सदस्य): ₹11,000
  • विदेशों में रहने वाले लोग अगर माता के मंदिर में ऑनलाइन हवन करवाना चाहते हैं तो उनके लिए शुल्क 5100 डॉलर रहता है। इसमें उन्हें प्रसाद आदि भी भेजा जाता है। 

माता वैष्णो देवी मंदिर में हवन करवाने का समय 

  • मां वैष्णो देवी मंदिर में सुबह के समय हवन  9:00 से 10:00 बजे तक किया जाता है। 
  • इसके बाद सुबह 11:00 से लेकर 12:00 बजे तक भी आप हवन कर सकते हैं। 
  • दोपहर के समय हवन का समय  1:00 से 2:00 बजे तक किया जा सकता है।
  • दिन का आखिरी हवन काल दोपहर 3:00 बजे से 4:00 बजे तक रहता है। 
  • 4 बजे के बाद माता के भवन में आरती आदि का आयोजन किया जाता है और हवन का कार्यक्रम बंद हो जाता है।

नोट- मंगलवार और शुक्रवार के दिन हवन केवल एक ही बार किया जाता है 9 बजे से लेकर 10 बजे तक। अन्य दिनों में ऊपर दिए गए समय के अनुसार हवन संपन्न करवाए जाते हैं। 

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