हरारे वनडे: रायडू, बिन्नी ने भारत को उबारा
हरारे: अपने अब तक के करियर की सबसे बड़ी पारी खेलने वाले अंबाती रायडू (नाबाद 124) और स्टुअर्ट बिन्नी (77) के बीच हुई रिकार्ड साझेदारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को हरारे स्पोर्ट्स
हरारे: अपने अब तक के करियर की सबसे बड़ी पारी खेलने वाले अंबाती रायडू (नाबाद 124) और स्टुअर्ट बिन्नी (77) के बीच हुई रिकार्ड साझेदारी की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर जारी पहले एकदिवसीय मुकाबले में जिम्बाब्वे के सामने 256 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा है।
भारत ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवरों में 6 विकेट पर 255 रन बनाए। रायडू ने बिन्नी के साथ छठे विकेट के लिए रिकार्ड 160 रनों का साझेदारी की। करियर का दूसरा शतक लगाने वाले रायडू ने 131 गेंदों का सामना कर 13 चौके और एक छक्का लगाया। बिन्नी ने 76 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के जड़े।
इसके अलावा कप्तान अजिंक्य रहाणे ने 34 रनों का योगदान दिया। रहाणे ने 49 गेंदों पर पांच चौके लगाए। कप्तान ने रायडू के साथ दूसरे विकेट के लिए 51 रन जोड़े। जिम्बाब्वे की ओर से डोनाल्ड तिरिपानो और चामू चिभाबा ने दो-दो विकेट लिए।
बिन्नी और रायडू ने जिम्बाब्वे के खिलाफ भारत की ओर से छठे विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम दिया। यह साझेदारी ऐसे वक्त में हुई, जब इसकी सबसे अधिक जरूरत थी।
भारत 87 रनों पर पांच विकेट गंवा चुका था और उसका रन रेट भी रसातल में पहुंच गया था। ऐस में बिन्नी और रायडू ने असीम धैर्य का परिचय देते हुए एक उम्दा पारी खेली। इन दोनों ने युवरा सिंह और महेंद सिंह धौनी के 158 रनों की साझेदारी को पीछे छोड़ा।
बिन्नी ने वनडे क्रिकेट में अपना दूसरा अर्धशतक लगाया और खुद को साबित किया। रायडू के साथ उनकी साझेदारी टीम के लिए संजीवनी साबित हुई क्योंकि एक वक्त ऐसा लग रहा था कि भारत 150 रनों तक भी नहीं पहुंच पाएगा।
ाौ रनों के कुल योग पर मुरली विजय (1) का विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम दबाव में आ गई थी। रहाणे ने तो पहले रायडू के साथ मिलकर टीम को दबाव से निकालने का काम किया लेकिन बाद के बल्लेबाज अपनी भूमिका के साथ न्याय नहीं कर सके।
मनोज तिवारी (2), रोबिन उथप्पा (0) और केदार जाधव (5) के सस्ते में आउट होने के बाद भारतीय टीम बहुत दबाव में थी और सस्ते में बिखरती नजर आ रही थी। एक छोर पर हालांकि रायडू टिके थे और फिर उन्हें बिन्नी का साथ मिला, जिसकी बदौलत उन्होने टीम को मजबूती प्रदान की।