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Hindi News खेल क्रिकेट IPL स्पॉट फ़िक्सिंग: प्रवर्तन निदेशालय के दो अफ़सर गिरफ़्तार, सटोरियों से रिश्वत लेने का आरोप

IPL स्पॉट फ़िक्सिंग: प्रवर्तन निदेशालय के दो अफ़सर गिरफ़्तार, सटोरियों से रिश्वत लेने का आरोप

IPL सट्टा काण्ड में करोड़ों की रिश्वत लेने के मामले में CBI ने गुजरात प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूर्व डायरेक्टर जे.पी. सिंह और गुजरात प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक संजय कुमार को गिरफ्तार किया है।

JP Singh- India TV Hindi JP Singh

IPL सट्टा काण्ड में करोड़ों की रिश्वत लेने के मामले में CBI ने गुजरात प्रवर्तन निदेशालय (ED) के पूर्व डायरेक्टर जे.पी. सिंह और गुजरात प्रवर्तन निदेशालय के सहायक निदेशक संजय कुमार को गिरफ्तार किया है। सिंह को दिल्ली और संजय कुमार को अहमदाबाद से गिरफ़्तार किया गया। सिंह आईपीएल क्रिकेट सट्टेबाजी घोटाले के आरोपियों से कथित रूप से रिश्वत लेने के आरोपों की जांच एजेन्सी की जांच का सामना कर रहे थे।

भारतीय राजस्व सेवा के 2000 बैच के अधिकारी सिंह सीमा एवं उत्पाद शुल्क प्रकोष्ठ के अधिकारी हैं। प्रवर्तन निदेशालय से मिली शिकायत के आधार पर सीबीआई उनकी जांच कर रही थी। वह अब भारतीय राजस्व सेवा में सीमा एवं उत्पाद शुल्क इकाई में आयुक्त के तौर पर अपने मूल काडर में चले गए हैं। सिंह के अलावा, सीबीआई ने प्रवर्तन अधिकारी संजय और दो गैर सरकारी व्यक्तियों विमल अग्रवाल और चंद्रेश पटेल को भी गिरफ्तार किया है।     

प्रवर्तन निदेशालय के इन अधिकारियों पर अहमदाबाद के सटोरियों से पैसा लेने का आरोप है। प्रवर्तन निदेशालय देश भर में सट्टे रैकेट की जांच कर रहा था और जेपी सिंह गुजरात में निदेशालय के संयुक्त निदेशक थे। उन पर केस कमज़ोर करने का आरोप है।

CBI ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय से शिकायत मिलने पर जांच एजेंसी ने प्रवर्तन निदेशालय के संयुक्त निदेशक, कुछ अन्य अदिकारियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया है। आरोप है कि निदेशालय के कुछ  अधिकारियों ने सट्टा रैकेट की जांच करते समय सटोरियों से कथित रुप से मोटी रिश्वत ली।

सूत्रों ने बताया निदेशालय की अहमदाबाद इकाई 2000 करोड़ रूपये के आईपीएल सट्टाबाजी कांड और 5,000 करोड़ रूपये के धन शोधन की जांच कर रही थी जो कथित हवाला ऑपरेटर अफरोज फट्टा के खिलाफ था। इस मामले में संदिग्धों ने कथित तौर पर फायदा मांगा था। 

सीबीआई ने कहा था कि भूल चूक के विभिन्न कृत्यों के बदले इन अधिकारियों ने कथित तौर पर मोटी रिश्वत ली थी। सिंह और प्रवर्तन निदेशालय के अग्यात अधिकारियों के खिलाफ सीबीआई ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत आपराधिक साजिश और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था। 

सूत्रों ने बताया कि निदेशालय के निदेशक को विभिन्न तबकों से इसकी अहमदाबाद इकाई के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर रिश्वत मांगने के बारे में कई शिकायतें मिली थीं। इन शिकायतों को जांच के लिये सीबीआई को भेज दिया गया था। 

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