A
Hindi News टेक न्यूज़ लाई-फाई: अब मात्र एक सेकेंड में Download होगी पूरी फिल्म

लाई-फाई: अब मात्र एक सेकेंड में Download होगी पूरी फिल्म

नई दिल्ली: इंटरनेट से फिल्म डाउनलोड करने के शौकान लोगों के लिए एक बढ़िया खबर है। अब एक फिल्म डाउनलोड करने के लिए आपको मिनटों का नहीं बस सेकेंडों का इंतजार करना होगा। यह मजाक

लाई-फाई: अब मात्र एक...- India TV Hindi लाई-फाई: अब मात्र एक सेकेंड में Download होगी पूरी फिल्म

नई दिल्ली: इंटरनेट से फिल्म डाउनलोड करने के शौकान लोगों के लिए एक बढ़िया खबर है। अब एक फिल्म डाउनलोड करने के लिए आपको मिनटों का नहीं बस सेकेंडों का इंतजार करना होगा। यह मजाक नहीं बल्कि सच बात है क्योंकि वाई-फाई से 100 गुना तेज इंटरनेट सेवा देने के लिए लाई-फाई तकनीक ने दस्तक दे दी है। इस सेवा की क्षमता इतनी है कि एक सेंकेंड में यह एक जीबी डेटा कम्प्यूटर और मोबाइल में ट्रांसफर कर सकता है। हाल ही में लाई-फाई को लेकर प्रयोगशाला में हुए एक सफल शोध के बाद यह दावा किया जा रहा है।

बदल जाएगी इंटरनेट की दुनिया-

दरअसल लाई-फाई एक वायरलेस तकनीक है जो विजिबल लाइट कम्युनिकेशंस का उपयोग करती है और यह जल्द ही बाजार में दस्तक दे देगी। वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में लाईफाई के जरिए 224 गीगाबाइट प्रतिसेकेंड की रफ्तार हासिल करने का दावा किया है। इस तकनीक को बनाने वाली कंपनी वेल्मेनी के सीईओ दीपक सोलंकी ने बताया कि वो इस तकनीक पर आधारित परियोजनाएं इंडस्ट्री में लाने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह न सिर्फ कम खर्चीला है बल्कि लाई-फाई का विकल्प खोजना भी भविष्य में आसान नहीं होगा।

कैसे काम करती है तकनीक-

Li-Fi तकनीक में एलईडी बल्ब के जरिए इंटरनेट एक्सेस किया जाता है। एलईडी बल्ब में एक माइक्रोचिप लगाई जाती है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह तकनीक वाई-फाई के मुकाबले सुरक्षित है। इस एलईडी की रोशनी दीवार को पार नहीं कर पाती है। यह तकनीक बाइनरी कोड में ट्रांसमिट होती है।  

इस तकनीक में डेटा ट्रांसफर के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी तरंगों की जगह विजिबल लाइट कम्युनिकेशंस या इंफ्रारेड/अल्ट्रावॉयलेट तरंगों को इस्तेमाल में लेती है। यह नई तकनीक 400 और 800 THz के बीच के विजिबल लाइट का इस्तेमाल करती है। एलईडी बल्ब को स्विच ऑन या ऑफ करने से इसका उपयोग किया जाएगा। जैसा कि यह पूरी प्रक्रिया चंद सेकेंडों (नैनोसेकेंड) में होगी इसलिए इसे आंखों से नहीं देखा जा सकेगा। सुरक्षा के लिहाज से लाई जा रही इस तकनीक की सबसे अच्छी बात यह है कि हैकिंग जैसी समस्याओं को रोकने में कारगर होगी।