A
Hindi News टेक न्यूज़ PhonePe ने लॉन्च किया इंडिया का देसी ऐप स्टोर, Google की करेगा छुट्टी!

PhonePe ने लॉन्च किया इंडिया का देसी ऐप स्टोर, Google की करेगा छुट्टी!

Made in India Indus App Store: फोनपे ने मेड इन इंडिया ऐप स्टोर लॉन्च किया है। Indus App Store पर ऐप डेवलपर्स को ऐप रजिस्टर कराने के लिए कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। साथ ही, ऐप से किए गए परचेज के लिए भी कोई कमीशन नहीं देना होगा।

Made in India Indus App Store- India TV Hindi Image Source : FILE Made in India Indus App Store

Made in India Indus App Store लॉन्च हो गया है। PhonePe का यह ऐप स्टोर ऐप डेवलपर्स के लिए गूगल प्ले स्टोर का विकल्प होगा। इस ऐप स्टोर की घोषणा कंपनी ने पिछले साल किया था, जिसे आज से आम यूजर्स के लिए रिलीज किया है। इस ऐप स्टोर को केन्द्रीय आईटी और रेल मंत्री अश्विणी वैष्णव ने लॉन्च किया है। इस ऐप स्टोर की खास बात यह है कि इसमें डेवलपर्स को किसी भी तरह का शुल्क नहीं देना होगा। ऐप स्टोर पर पहले साल डेवलपर्स अपने ऐप को फ्री में रजिस्टर कर सकते हैं। साथ ही, उनसे किसी भी तरह का कमीशन नहीं लिया जाएगा।

यह मेड इन इंडिया ऐप स्टोर फिलहाल 12 भाषाओं में उपलब्ध है। इसके अलावा इसमें AI बेस्ड पर्सनलाइज्ड फीचर भी दिया गया है। यही नहीं, Indus App Store पर आप ऐप्स और गेम्स को वीडियो के जरिए भी सर्च कर सकेंगे। इस ऐप स्टोर में ऐप डाउनलोड करने के लिए रजिस्टर करना होगा। इसके लिए यूजर को केवल अपना मोबाइल नंबर और OTP दर्ज करना होगा। यह ऐप स्टोर फिलहाल केवल Android यूजर्स के लिए है। 

नहीं देना होगा कोई चार्ज

Indus App Store को खास तौर पर भारतीय ऐप डेवलपर्स को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इस ऐप मार्केट प्लेस पर भारतीय ऐप डेवलपर्स फ्री में ऐप रजिस्टर कर सकेंगे। इसके लिए उनसे कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। हालांकि, यह ऑफर केवल 1 साल के लिए ही होगा। इसके अलावा इस ऐप स्टोर पर रजिस्टर करने वाले ऐप डेवलपर्स को पहले साल कोई कमीशन भी नहीं देना पड़ेगा। ऐप डेवलपर्स ऐप से कमाई किए गए रेवेन्यू को Indus के साथ शेयर नहीं करेंगे। गूगल ऐप डेवलपर्स से भारी कमीशन लेता है। इसका मतलब साफ है कि इस ऐप स्टोर पर गूगल की मनमानी नहीं चलेगी।

इस ऐप स्टोर पर पहले से ही 300 से ज्यादा ऐप्स लिस्ट हैं। एंड्रॉइड यूजर्स इन ऐप्स को यहां से अपने स्मार्टफोन में इंस्टॉल कर सकेंगे। यह ऐप स्टोर 12 भारतीय भाषाओं को सपोर्ट करता है, जिनमें अंग्रेजी और हिन्दी के अलावा मलयालम, मराठी, तमिल आदि शामिल हैं। ऐप डेवलपर्स अपने ऐप के लिए किसी भी पेमेंट गेटवे को इंटिग्रेट कर सकेंगे। गूगल और एप्पल के ऐप स्टोर में ऐप डेवलपर्स को गूगल या फिर एप्पल के पेमेंट गेटवे को ऐप में यूज करना पड़ता है।

गूगल की मनमानी होगी बंद

गूगल और ऐप्पल अपने ऐप स्टोर पर ऐप रजिस्टर करने के लिए डेवलपर्स से 30 प्रतिशत तक कमीशन लेते हैं। यही नहीं, ऐप द्वारा किए गए हर परचेज पर भी कमीशन लिया जाता है। PhonePe ने इस ऐप स्टोर पर ऐप रजिस्टर करने के लिए कोई शुल्क नहीं रखा है। इसका मतलब है कि डेवलपर्स फ्री में अपने ऐप को यहां रजिस्टर कर सकेंगे। साथ ही, ऐप से होने वाली कमाई के लिए भी कोई चार्ज नहीं देना होगा।

यह भी पढ़ें - सरकार AI को करेगी रेगुलेट, Deepfake बनाने वालों की अब खैर नहीं