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Hindi News उत्तर प्रदेश 'रामलला आए हैं और यहीं रहेंगे', डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों से की ये अपील

'रामलला आए हैं और यहीं रहेंगे', डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने लोगों से की ये अपील

यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि रामलला का वनवास अब खत्म हो गया है। लोग भीड़ ने लगाएं। श्रद्धालु आराम से दर्शन करने आएं कोई जल्दबाजी न करें।

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य- India TV Hindi Image Source : ANI उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य

लखनऊः भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होने के बाद अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ हो रही है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने मंगलवार को कहा कि मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि जल्दबाजी न करें। रामलला आ गए हैं और अब यहीं रहेंगे। लोग आराम से दर्शन करने आएं। 

 राम लला का विराजमान होना मतलब राम राज्य की शुरुआत

केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कल राम लला का विराजमान होना मतलब राम राज्य की शुरुआत होना है। ये हमारे लिए गर्व की बात है। जिस प्रकार से राम भक्तों का जनसैलाब अयोध्या धाम की ओर उमड़ रहा है। उससे भारी भीड़ हो गई है मैं सभी लोगों से अपील करता हूं कि जल्दबाजी न करें। सरकार ने सुरक्षा की व्यवस्था की हुई है और सभी प्रबंध भी किए हुए हैं। 

लाखों लोगों ने किया रामलला का दर्शन

बता दें कि आज करीब 2.5 लाख से 3 लाख श्रद्धालुओं ने अयोध्या में रामलला के दर्शन किए हैं और इतनी ही संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए इंतजार कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन भक्तों को निरंतर दर्शन कराने के लिए सभी व्यवस्थाएं कर रहे हैं। स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन की तरफ से बताया गया कि अयोध्या के राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के दर्शन करने के लिए अभी भी लाखों श्रद्धालु मौजूद हैं। स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मंदिर परिसर में मौजूद हैं। भक्तों को सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने के लिए 8000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। यूपी के प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और स्पेशल डीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार स्थिति पर नजर रखने के लिए राम मंदिर के अंदर मौजूद हैं।

सीआईएसएफ ने संभाला मोर्चा

 21 और 22 जनवरी को अयोध्या में सीआईएसएफ द्वारा की गई व्यवस्था पर सीआईएसएफ के डीआइजी श्रीकांत किशोर ने मंगलवार को कहा कि हमने महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सबसे बड़ी चुनौती को संभाला। 9 जनवरी को जब सीआईएसएफ ने कार्यभार संभाला तो हवाई अड्डे पर केवल दो उड़ानें थीं और जनवरी में 21 को हमने पांच निर्धारित प्रस्थान, पांच निर्धारित आगमन और 32 चार्टर विमानों को संभाला। 22 जनवरी को हमने 73 उड़ानें संभालीं। हमने 350 वीआईपी की आवाजाही भी संभाली।