कांशीराम की पुण्य तिथि पर मायावती ने की योगी सरकार की तारीफ, अखिलेश यादव से पूछे तीखे सवाल; भाषण की 10 बड़ी बातें
कांशीराम की पुण्यतिथि पर मायावती ने गुरुवार को लखनऊ में बड़ी रैली की। इस दौरान उन्होंने सपा-कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। 2021 के बाद मायावती पहली बार कांशीराम की पुण्यतिथि पर बड़ा आयोजन किया।

लखनऊः बसपा संस्थापक कांशीराम की पुण्य तिथि के अवसर पर पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में बड़ी रैली की। ये रैली लखनऊ के कांशीराम स्मारक में हुई। रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने बीजेपी, कांग्रेस और सपा पर जमकर निशाना साधा। रैली में मायावती ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी बसपा 2027 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन नहीं करेगी। मायावती ने कहा कि गठबंधन करने से हमेशा ही उनकी पार्टी को नुकसान हुआ है।
1-बसपा अब किसी से नहीं करेगी गठबंधन
मायावती ने कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव अकेले ही लड़ेगी। बसपा किसी से गठबंधन नहीं करेगी। यूपी या देश के दूसरे हिस्से में हमारी पार्टी ने गठबंधन में लड़ा कोई फायदा नहीं हुआ। हमारा वोट तो ट्रान्सफर हो जाता है लेकिन दूसरी पार्टी हमे वोट ट्रांसफर नहीं होता। हमारा वोट प्रतिशत कम होता है। गठबंधन में सरकार बनती है तो ज़्यादा दिन नहीं चल पाती है। एक बार कांग्रेस, एक बार सपा के साथ विधानसभा चुनाव लड़ा 67 ही सीट जीत पाये। अकेले हमने 2007 में बहुमत की सरकार बनाई।
2-मायावती ने की योगी सरकार की तारीफ
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार थी और मान्यवर कांशीराम के आदर-सम्मान में यह स्मारक स्थल बनाया गया था तो उसी समय हमारी सरकार ने ये व्यवस्था की थी कि हम लोग यहां आने वालों से टिकट लेंगे। जिसका पैसा लखनऊ में बनाए गए स्मारक और पार्कों के रख-रखाव में इस्तेमाल किया जाएगा लेकिन दुख की बात यह है कि वर्तमान भाजपा की सरकार से पहले यहां सपा की सरकार थी तो सपा सरकार ने उस टिकट के पैसे को दबाकर रखा... हालत बहुत जर्जर हो चुकी थी।
मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखित चिट्ठी के जरिए कहा और आग्रह किया कि टिकटों के पैसे को रखरखाव पर लगाया जाए। उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार ने इस मामले को संज्ञान में लेकर हमसे वादा किया कि जो भी पैसा टिकटों के जरिए आता है वह इन स्थलों के रखरखाव के लिए लगाया जाएगा। मायावती ने कहा कि मैं राज्य सरकार की आभारी हूं कि कांशीराम स्मारक की मरम्मत कराई। टिकट के पैसे अपने पास नहीं रखा। टिकट के पैसे से मरम्मत कराई।
3-अखिलेश यादव पर मायावती ने साधा निशाना
अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार के पहले जब सपा सरकार थी तो सपा सरकार ने पैसा दबा कर रखा था। सभी स्मारकों को बुरा हाल था। सब पैसा दबा कर रखा। तब सपा सरकार में मुख्यमंत्री को चिट्ठी भी लिखी थी की टिकट के पैसे से स्मारक के रखरखाव करे लेकिन कुछ नहीं किया। अब सत्ता से बाहर हैं तो काशीराम की पुण्यतिथि पर गोष्ठी करेंगे। जब सरकार में रहते हैं तो पीड़ीए नहीं याद आता।
मायावती ने कहा कि मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहती हूं कि जब उनकी सरकार थी तो कांशीराम के नाम पर नगर, यूनिवर्सिटी के नाम क्यों बदले? सत्ता में नहीं रहते हैं तो महापुरुष और pda याद आता है।कांशीराम स्मारक की मरम्मत नहीं होने के वजह से यहां पुष्प नहीं अर्पित नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब मरम्मत हो गई। पहले से ज़्यादा भीड़ आई है।
4-सपा पर गुमराह करने का लगाया आरोप
रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि समाजवादी पार्टी अपनी राजनीति के स्वार्थ में पीड़ीए की बात करके लोगों को गुमराह कर रही है। जब सपा सरकार थी तो आरक्षण में पक्षपात किया। सपा सरकार ने माफिया गुंडों को बढ़ावा दिया, कानून व्यवस्था खराब कर दी।
5-आज़म ख़ान से मुलाकात की खबरों का खंडन
आज़म ख़ान का नाम लिए बिना मायावती ने कहा कि पिछले महीने से अफवाह फैलाना शुरू कर दिया था कि दूसरे दल से फलाना बसपा में आ रहे हैं और दिल्ली लखनऊ में मायावती से मिले हैं। मैं तो किसी से नहीं मिली मैं छुप कर किसी से नहीं मिलती।
6-कांग्रेस पर भी मायावती ने साधा निशाना
मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कही कि बीजेपी सरकार में भी वही स्थिति है। यूपी में कांग्रेस की सरकारों ने दलितों के लिए कुछ नहीं किया। अब इनके संविधान को हाथ में लेकर नाटक करते रहते है। कांग्रेस ने कभी भी बाबा साहब अंबेडकर और कांशीराम को सम्मान नहीं दिया।
7-बीजेपी पर लगाया दलितों से झूठे वादे करने का आरोप
मायावती ने कहा कि बीजेपी सरकार भी दलितों के लिए झूठे वादे करती है। इसलिए बसपा को मज़बूत बनाकर केंद्र और प्रदेश में सत्ता में वापस लाइए। दूसरे राज्यों में जहां चुनाव है वहां भी बसपा को मज़बूत कीजिए। यूपी में तो फिर से बसपा की बहुमत की सरकार बनाना बहुत ज़रूरी है।
8-बसपा को कमजोर करने की हो रही साजिश
बसपा प्रमुख ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव में भी बसपा को मज़बूत करें। अब पूरे देश में बसपा को कमजोर करने के लिए नया षड्यंत्र हो रहा है। कुछ लोगों ने दलित समाज से स्वार्थी और बिकाऊ लोगों का इस्तेमाल करके संगठन बना दिए हैं, जिससे बसपा कमजोर हो। आपको ऐसे लोगों को वोट देकर अपना वोट ख़राब नहीं करना है। बसपा को वोट करें जिससे यूपी में बसपा फिर सरकार बना सके।
9-आई लव कैंपेन चलाने वालों को मायावती ने दी नसीहत
मायावती ने कहा कि सभी धर्म का सम्मान करना चाहिए। सदियों से चली आ रही परंपराओं का ध्यान रखना चाहिए लेकिन आई लव कैंपेन भी नहीं होनी चाहिए।
10-आकाश आनंद को लेकर कही ये बात
बसपा प्रमुख ने मायावती ने अपने भतीजे को लेकर कहा कि आकाश आनंद भी पार्टी से जुड़ गए हैं। ये अच्छी बात है। जैसे पार्टी के लोग मेरे साथ खड़े रहे हैं। वैसे ही आप पार्टी के लोग आकाश आनंद के साथ खड़े रहेंगे। आनंद कुमार ने भी बहुत काम किया है।
बसपा का लगातार गिर रहा है ग्राफ
- मायावती ने 2007 में यूपी में बहुमत की सरकार बनाई।
- 2007 में बसपा को 30.43 फीसदी वोट मिले और 208 सीट जीती।
- 2012 विधानसभा में 25.91 फीसदी वोट मिले। 80 सीट जीतीं।
- 2017 विधानसभा चुनाव में 22.12 फीसदी वोट मिले बसपा ने 19 सीट जीती।
- 2022 विधानसभा चुनाव में 12.80 फीसदी वोट मिले और 1 सीट जीती।
इस तरह मायावती के वोट शेयर लगातार गिर रहा है। यूपी विधान सभा में बसपा का एक विधायक है और लोकसभा में एक भी सांसद नहीं है।