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Hindi News उत्तर प्रदेश BHU में अब होली पर नहीं होगी कोई मनाही, खूब उड़ेंगे रंग-गुलाल, प्रॉक्टर ने वापस लिया फरमान

BHU में अब होली पर नहीं होगी कोई मनाही, खूब उड़ेंगे रंग-गुलाल, प्रॉक्टर ने वापस लिया फरमान

BHU ने पहले होली को लकेर फरमान जारी किया था कि होली में कैंपस में रंग-गुलाल लगाने की अनुमति नहीं होगी। इसके बाद प्रॉक्टर ने खुद का ये फरमान वापस ले लिया है।

bhu withdraw holi order- India TV Hindi Image Source : TWITTER होली का फरमान लिया वापस

वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, BHU ने होली को लेकर जारी किया गया खुद का फरमान वापस ले लिया है। कैंपस में होली नहीं मनाने के अपने आदेश को लेकर यूनिवर्सिजी को छात्रों, शिक्षकों के साथ-साथ विश्व हिंदू परिषद के विरोध का सामना करना पड़ा जिसके बाद परिसर के अंदर होली के उत्सव पर प्रतिबंध लगाने के आदेश को वापस ले लिया गया है। बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर की ओर से शनिवार को जारी आदेश में विश्वविद्यालय ने कहा, ''होली मनाने के लिए सार्वजनिक स्थान पर एकत्रित होने के संबंध में...28.02.2023 को जारी कैंपस फॉर्म नंबर एम.ए.ए.सी./2022-2023/2326 को वापस लिया जा रहा है।'' सोशल मीडिया से प्राप्त प्रतिक्रिया के आलोक में ... सभी से रंगों के त्योहार को सौहार्दपूर्ण वातावरण में उचित सम्मान के साथ मनाने की अपेक्षा की जाती है।"

28 फरवरी को बीएचयू ने जारी किया था आदेश

28 फरवरी को बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर ने एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि विश्वविद्यालय परिसर में सार्वजनिक स्थान पर होली खेलना या संगीत बजाना प्रतिबंधित है और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आदेश में कहा गया था कि सभी निदेशकों, संकाय प्रमुखों और प्रशासनिक प्रमुखों को आदेश के बारे में छात्रों को सूचित करने और आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।

छात्र-शिक्षक हो गए थे नाराज, विश्व हिंदू परिषद ने भी किया था विरोध

रंगों के त्योहार के आयोजन पर अंकुश लगाने के इस आदेश को लेकर छात्रों के साथ-साथ शिक्षक भी नाराज हो गए। विश्व हिंदू परिषद ने भी इस आदेश की निंदा की। वीएचपी के एक प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि विश्वविद्यालय ने रमजान के दौरान इफ्तार को मंजूरी दी थी, लेकिन अब होली के जश्न को खारिज कर रहा है। बंसल ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, "यह सर्कुलर है या तुगलकी फरमान? क्या काशी का हिंदू विश्वविद्यालय जिहादी जामिया की राह पर चलने लगा है? जिहादियों ने जामिया में होली का विरोध किया!"

बंसल ने विश्वविद्यालय परिसर में होली खेलने पर रोक लगाने के आदेश को वापस लेने की मांग करते हुए लिखा, "कुलपति काशी हिंदू विश्वविद्यालय में इफ्तार पार्टी करते हैं लेकिन होली मनाने पर फतवा जारी करते हैं। क्यों? भोले की काशी और उसके शिक्षा मंदिर में संगीत बजाना पूरी तरह से प्रतिबंधित है? होली सिर्फ एक त्योहार नहीं है, यह चारों ओर सामाजिक सद्भाव का मंत्र भी है।" 

बीएचयू ने वापस लिया आदेश

इस बीच, विश्वविद्यालय परिसर में होली पर प्रतिबंध लगाने के आदेश को वापस लेने के बाद, बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि परिसर में केवल तीन स्थान अस्पताल, नया विश्वनाथ मंदिर और सड़कें सार्वजनिक स्थान हैं। होली मनाने पर रोक लगाने वाला पिछला आदेश सिर्फ इन्हीं तीन जगहों के लिए सही था। "छात्र परिसर में होली खेल रहे हैं। इसमें कोई समस्या नहीं है और अभी तक हमें किसी भी छात्र से कोई शिकायत नहीं मिली है।"

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