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Hindi News पश्चिम बंगाल 'ममता बनर्जी INDI गठबंधन के साथ नहीं, ये अंदर की बात है', अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी प्रमुख पर कसा तंज

'ममता बनर्जी INDI गठबंधन के साथ नहीं, ये अंदर की बात है', अधीर रंजन चौधरी ने टीएमसी प्रमुख पर कसा तंज

लोकसभा चुनाव की तारीखों का आज ऐलान हो सकता है। चुनाव आयोग इस बाबत आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है। इस बीच सीएम ममता बनर्जी और उनकी पार्टी को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि वो हमारे साथ क्यों नहीं है, ये उनसे जाकर पूछना चाहिए।

Adhir Ranjan Choudhary took a jibe at Mamata Banerjee said Why is she not with him this is secret ma- India TV Hindi Image Source : ANI ममता बनर्जी पर अधीर रंजन चौधरी का तंज

लोकसभा चुनाव की तारीखों का आज ऐलान हो सकता है। चुनाव आयोग इस बाबत आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है। सभी पार्टियों ने चुनाव प्रचार शुरू कर दिए हैं और उम्मीदवारों के नामों की घोषणा भी की जाने लगी है। एक तरफ जहां भाजपा नीत एनडीए एक के बाद एक नए दलों के साथ गठबंधन करने में लगी हुई है। वहीं दूसरी तरफ इंडी गठबंधन में सीट-शेयरिंग और गठबंधन का मामला कुछ ठीक नहीं चल रहा है। पश्चिम बंगाल में टीएमसी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई फॉर्मूला तय नहीं हो सका है। ममता बनर्जी एक के बाद एक अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर रही है।

टीएमसी को लेकर अधीर रंजन चौधरी ने दिया बयान

इस बीच कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने बयान जारी किया है। कांग्रेस संसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि INDI गठबंधन की ओर से बार-बार यह कहा गया है कि अगर भाजपा से मुकाबला करना है तो INDIA गठबंधन के तहत एकजुट होकर हम यह कर सकते हैं। पहले हमने देखा था कि बिहार-बंगाल की पार्टियां इसे लेकर एकजुट भी हुई थीं। ममता बनर्जी ने तो राहुल गांधी को अपना नेता भी मान लिया था लेकिन इसके बाद क्या हुआ यह उनसे पूछना चाहिए। अंदर की बात क्या है यह पता नहीं, शायद इसके पीछे कोई दूसरा राज़ हो सकता है।

अंदर की बात को ढूंढना पड़ेगा

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी की तरफ से इंडी गठबंधन के घटक दलो से गुहार लगाई गई है कि भाजपा के खिलाफ लामबंद होकर, भाजपा से टकराने की अगर मंशा है तो इंडी गठबंधन के जरिए हम भाजपा को हरा सकते हैं। हमारी पार्टी की तरफ से एक बार नहीं 100 बार टीएमसी पार्टी को शामिल होने के लिए बोला गया। अंदर की बात क्या है पता नहीं। जिस पार्टी ने इंडी गठबंधन बनने के बाद उनके नामकरण को लेकर श्रेय ले रहे थे, कि मैंने ही इंडी नाम रखा है। वही इंडी गठबंधन से भाग गईं। अंदर की बात को ढूंढना पड़ेगा।