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Hindi News पश्चिम बंगाल लॉकडाउन के दौरान केंद्र द्वारा उपलब्ध कराया गया राशन तृणमूल कांग्रेस ने लूटा: स्मृति ईरानी

लॉकडाउन के दौरान केंद्र द्वारा उपलब्ध कराया गया राशन तृणमूल कांग्रेस ने लूटा: स्मृति ईरानी

स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रदेश की जनता उस राजनीतिक दल का कभी समर्थन नहीं कर सकती जो अपनों को अपनों से लड़ाता है, केंद्र की सरकार से मात्र अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए बैर रखता है और जय श्रीराम के नारे को भी अपमानित करता है। 

BJP leaders present a memento to Union Minister Smriti Irani during the party's public rally at Domu- India TV Hindi Image Source : PTI BJP leaders present a memento to Union Minister Smriti Irani during the party's public rally at Domurjala Stadium in Howrah district of West Bengal on Sunday.

डुमुरजुला (पश्चिम बंगाल)। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का आरोप लगाते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को कहा कि महामारी के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश के 80 करोड़ लोगों को आठ महीने तक पांच किलोग्राम चावल और एक किलोग्राम दाल देने की व्यवस्था की लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान इसे लूट लिया।

ईरानी ने पश्चिम बंगाल में एक रैली में कहा कि घर लौट रहे प्रवासी कामगारों के लिए ‘गरीब रोजगार योजना’ के तहत देशभर में 50 करोड़ से अधिक श्रम दिवस सृजित किए गए, लेकिन ‘‘बंगाल में यह नहीं हुआ।’’ शहरों से अपने गांवों को लौटे प्रवासी कामगारों के लिए प्रधानमंत्री ने पिछले वर्ष जून में रोजगार योजना की शुरुआत की थी। ईरानी ने यहां भाजपा की रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने देश के 80 करोड़ लोगों को आठ महीने तक पांच किलोग्राम चावल और एक किलोग्राम दाल देने की व्यवस्था की लेकिन पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने लॉकडाउन के दौरान इसे लूट लिया।’’

'श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियों को ममता दीदी ने  कोरोना एक्सप्रेस’ नाम दिया'

स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रदेश की जनता उस राजनीतिक दल का कभी समर्थन नहीं कर सकती जो अपनों को अपनों से लड़ाता है, केंद्र की सरकार से मात्र अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए बैर रखता है और जय श्रीराम के नारे को भी अपमानित करता है। उस दल में कोई राष्ट्रभक्त एक मिनट भी नहीं ठहर सकता। उन्होंने दावा किया कि केंद्र ने जो श्रमिक स्पेशल रेलगाड़ियां चलाई थीं, उन्हें ममता बनर्जी ने ‘कोरोना एक्सप्रेस’ नाम दिया था। ईरानी ने कहा, ‘‘मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि देश के विभिन्न हिस्सों में काम कर रहे बंगाल के बेटे-बेटियों को क्या वह वायरस मानती हैं।’’