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Hindi News विदेश एशिया गाजा सीजफायर के दूसरे ही दिन इजरायल-हमास में नया विवाद, नेतन्याहू ने कहा-'नहीं छोड़ेंगे हाई-प्रोफाइल कैदी'

गाजा सीजफायर के दूसरे ही दिन इजरायल-हमास में नया विवाद, नेतन्याहू ने कहा-'नहीं छोड़ेंगे हाई-प्रोफाइल कैदी'

गाजा संघर्ष विराम के तहत इजरायल और हमास परस्पर बंधकों और कैदियों की रिहाई पर राजी हुए हैं, लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने फिलिस्तीन और हमास के नेता बरगूती समेत अन्य हाई-प्रोफाइल कैदियों को रिहा करने से मना कर दिया है।

बेंजामिन नेतन्याहू, इजरायल के प्रधानमंत्री। - India TV Hindi Image Source : AP बेंजामिन नेतन्याहू, इजरायल के प्रधानमंत्री।

रामल्ला (वेस्ट बैंक): गाजा सीजफायर लागू होने के दूसरे ही दिन शनिवार को इजरायल और हमास के बीच नया विवाद छिड़ गया है। इससे संघर्ष विराम दोबारा टूटने की आशंकाएं जन्म लेने लगी हैं। इजरायल ने बंधकों की रिहाई के बदले उन फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ने से इनकार कर दिया है, जो खूंखार और हाई प्रोफाइल हैं। फिलहाल संघर्षविराम समझौते के तहत बंधकों और फलस्तीनी कैदियों की अदला-बदली की प्रक्रिया चल रही है। 


फिलिस्तीन के इस खूंखार कैदी को नहीं रिहा करेंगे नेतन्याहू

इजरायल ने गाजा में फिलस्तीन के सबसे प्रसिद्ध नेता  मरवान बरगूती  को रिहा करने से इंकार कर दिया है। बरगूती को हमास का एक प्रमुख नेता और फिलस्तीनी राजनीतिक संघर्ष का प्रतीक माना जाता है। मगर इजरायल बरगूती को आतंकवादी मानता है और वह फिलहाल  आजीवन कारावास  की सजा काट रहा है। इजरायल सरकार ने हमास द्वारा बार-बार मांग किए गए उच्च-प्रोफाइल कैदियों को रिहा करने से मना कर दिया है, जिनमें बरगूती प्रमुख हैं। 


इजरायल ने जारी की है रिहा किए जाने वाले 250 कैदियों की सूची

इजरायल ने फिलिस्तीन के 250 कैदियों को रिहा करने की सूची जारी की है। हालांकि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि शुक्रवार को इजरायल की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए गए  250 कैदियों की सूची  अंतिम है या नहीं। इस सूची में उन कैदियों के नाम हैं जिन्हें समझौते के तहत रिहा किया जाना प्रस्तावित है, लेकिन मरवान बरगूती का नाम उनमें शामिल नहीं है।

 

हमास ने की हाई-प्रोफाइल कैदियों की रिहाई की मांग

 हमास के वरिष्ठ अधिकारी मूसा अबू मरजूक ने अल जज़ीरा टीवी नेटवर्क से बात करते हुए कहा कि समूह  बरगूती  और अन्य हाई-प्रोफाइल कैदियों की रिहाई की मांग कर रहा है। उनका कहना था कि इस मुद्दे पर मध्यस्थों के साथ बातचीत जारी है। हमास के लिए बरगूती एक महत्वपूर्ण व्यक्ति हैं। उसका मानना है कि बरगूती की रिहाई फिलस्तीनी संघर्ष की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।


इजरायल की जेल में बरगूती क्यों बंद है 

2004 में हुए इजरायल पर हुए एक हमले में  5 लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले में बरगूती को दोषी पाया गया था। उस समय से वह इजरायल की जेल में बंद हैं। इजरायल की नजर में वह एक आतंकवादी हैं और उसकी रिहाई को इजरायल की सुरक्षा के लिए खतरे के रूप में देखा जाता है। इस संघर्षविराम समझौते के तहत बंधकों और कैदियों के आदान-प्रदान की प्रक्रिया काफी संवेदनशील और जटिल है, जो यह दिखाता है कि दोनों पक्षों के बीच किसी भी प्रकार का समझौता सिर्फ एक राजनीतिक समाधान पर निर्भर नहीं है, बल्कि दोनों पक्षों के लिए  सुरक्षा और विश्वास  की एक बड़ी चुनौती भी है। (एपी)

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