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Hindi News विदेश एशिया लगातार आतंकी हमलों से बौखलाया पाकिस्तान, 17 लाख अफगानी प्रवासियों को देश से निकालने की योजना

लगातार आतंकी हमलों से बौखलाया पाकिस्तान, 17 लाख अफगानी प्रवासियों को देश से निकालने की योजना

पाकिस्तान ने आतंक और दहशत से निजात पाने के लिए 17 लाख अफगान नागिरकों को बाहर निकालने का ऐलान किया है। इससे तालिबान के साथ उसकी दुश्मनी और बढ़ सकती है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बॉर्डर पर अफगानी शरणार्थियों को पाकिस्तान की पुलिस और नागरिक मिलकर मारपीट रहे हैं और बाहर भगा रहे हैं। इससे उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा।

पाकिस्तान में अफगानी शरणार्थी।- India TV Hindi Image Source : AP पाकिस्तान में अफगानी शरणार्थी।

देश में ताबड़तोड़ तालिबानी हमले से पाकिस्तान पस्त हो चुका है। अब पाकिस्तान ने आरपार की लड़ाई का ऐलान किया है। इसके तहत पाकिस्तान ने अब 17 लाख अफगानिस्तानी प्रवासियों को देश से बाहर निकालने की योजना बनाई है। इससे शरणार्थियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि 17 लाख अफगान नागरिकों सहित अवैध प्रवासियों को देश से निर्वासित करने की घोषित योजना को ‘चरणबद्ध और व्यवस्थित तरीके’ से लागू किया जाएगा। माना जा रहा है कि यह बयान संभवत: इस्लामाबाद द्वारा मंगलवार को अप्रत्याशित रूप से घोषित योजना से उत्पन्न अंतरराष्ट्रीय चिंताओं को शांत करने और अफगान शरणार्थियों के बीच व्याप्त भय को दूर करने के लिए दिया गया है।

पाकिस्तान ने कहा है कि बिना वैध दस्तावेज के देश में रह रहे अफगानों सहित सभी प्रवासियों को सामूहिक गिरफ्तारी एवं जबरन निर्वासन से बचने के लिए 31 अक्टूबर से पहले स्वेच्छा से अपने-अपने देशों को लौटना होगा। पाकिस्तान की इस घोषणा के बाद बिना दस्तावेजों के रह रहे लोगों में भय व्याप्त हो गया और फैसले की कई अधिकार समूहों ने निंदा की थी। कार्यकर्ताओं का कहना है कि अफगान नागरिकों को जबरन वापस भेजना उनको खतरे में डालना होगा। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मुमताज जहरा बलोच ने शुक्रवार को कहा कि नयी नीति केवल अफगान नागरिकों को लक्षित नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम पिछले चार दशकों से अफगान शरणार्थियों की उदारता से मेजबानी कर रहे हैं।

बलोच ने क्या कहा

’’ बलोच ने कहा कि 1979-1989 की अवधि में सोवियत कब्जे के दौरान इनमें से लाखों लोग अफगानिस्तान छोड़कर चले आए थे। उन्होंने कहा, ‘‘उन 14 लाख अफगान नागरिकों को चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, जो पाकिस्तान में शरणार्थी के रूप में पंजीकृत हैं।’’ प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमारी नीति केवल उन व्यक्तियों के लिए है, जो अवैध रूप से यहां रह रहे हैं, चाहे उनकी राष्ट्रीयता कुछ भी हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन, दुर्भाग्य से एक गलतफहमी या गलत बयानी हुई है और किसी कारण से लोगों ने इसे अफगान शरणार्थियों के साथ जोड़ना शुरू कर दिया है। (एपी) 

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