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यूक्रेन में तैनात अमेरिकी पैट्रियट डिफेंस सिस्टम को 'नष्ट' करने पर आमादा रूस, खोज रहा लोकेशन

रूस और अमेरिका में पैट्रियट डिफेंस सिस्टम को लेकर जंग छिड़ी हुई है। रूस हर हाल में यूक्रेन में तैनात अमेरिकी पैट्रियट को नष्ट करने की कोशिश में जुटा है। अहम बात यह थी कि जिस डिफेंस सिस्टम से रूसी किंझल मिसाइल को गिराया था, वह अमेरिका का अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम है।

यूक्रेन में तैनात अमेरिकी पैट्रियट डिफेंस सिस्टम को 'नष्ट' करने पर आमादा रूस, खोज रहा लोकेशन- India TV Hindi Image Source : PTI यूक्रेन में तैनात अमेरिकी पैट्रियट डिफेंस सिस्टम को 'नष्ट' करने पर आमादा रूस, खोज रहा लोकेशन

Russia-Ukraine War News: रूस और यूक्रेन के बीच जंग लगातार जारी है। अब तो यूक्रेन ने रूस को जंग में करारा जवाब देना भी शुरू कर दिया है। हाल ही में रूस की सबसे शक्तिशाली हाइपरसोनिक मिसाइल 'किंझल' के हमले को यूक्रेन ने अमेरिका द्वारा दिए गए पैट्रियट डिफेंस सिस्टम के सहयोग से नेस्तनाबूत कर दिया था, उस पर रूस की कड़ी नजर है। रूस इस पैट्रियट डिफेंस सिस्टम को नेस्तनाबूत करना चाहता है। इसके लिए वह यूक्रेन में तैनात अमेरिकी पैट्रियट सिस्टम की लोकेशन खोजकर नष्ट करने के उपाय में लगा हुआ है। 

रूस और अमेरिका में पैट्रियट डिफेंस सिस्टम को लेकर जंग छिड़ी हुई है। रूस हर हाल में यूक्रेन में तैनात अमेरिकी पैट्रियट को नष्ट करने की कोशिश में जुटा है। इसके लिए रूसी सेना ने हाइपरसोनिक किंझल मिसाइल से हमला भी किया था, लेकिन सतर्क यूक्रेनी सेना ने उसे मार गिराया। अहम बात यह थी कि जिस डिफेंस सिस्टम से रूसी किंझल मिसाइल को गिराया था, वह अमेरिका का अत्याधुनिक डिफेंस सिस्टम है। इसे यूक्रेन की राजधानी कीव की सुरक्षा के लिए खास तौर पर तैनात किया गया है।

यूक्रेन में पैट्रियट को कैसे खोज रहा रूस

पैट्रियट मिसाइल डिफेंस सिस्टम लंबी दूरी से आने वाली मिसाइलों का पता लगाने वाला रडार है। यूक्रेन को कई छोटे एयर डिफेंस सिस्टम भी दिए गए हैं, जो चलते फिरते हैं। ऐसे में उन्हें टारगेट करना काफी मुश्किल है। वहीं पैट्रियट एक बड़ा सिस्टम है, जो जल्दी से एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा सकता। ऐसे में उसे लक्ष्य बनाना काफी आसान है। एक यूक्रेनी अधिकारी का कहना है कि यूक्रेन के एयर डिफेंस ने रूसी मिसाइल को रोकने के लिए अलग अलग एंगल पर पैट्रियट से कई मिसाइलें दागीं। यह दर्शाता है कि वे कितनी जल्दी इस शक्तिशाली डिफेंस सिस्टम का उपयोग करने में माहिर हो गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि रूसियों ने पैट्रियट से निकलने वाले संकेतों से उसकी लोकेशन को ट्रैक किया। इससे उन्हें हाइपरसोनिक मिसाइल के जरिए पैट्रियट सिस्टम को निशाना बनाने का मौका मिला, जिसे किंजल या किलजॉय के नाम से जाना जाता है।

यूक्रेन को अमेरिका से पैट्रियट डिफेंस सिस्टम मिला, वहीं ब्रिटेन ने भी रूस से लड़ने के लिए यूक्रेन को मदद की है। यूक्रेन के युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण तो ब्रिटेन दे ही रहा है, इसके अलावा हथियारों की मदद भी कर रहा है। ब्रिटेन ने यूक्रेन को ऐसी ताकतवर और घातक क्रूज मिसाइल दी है, जो रूस के छक्के छुड़ा सकती है। ब्रिटेन ने पुष्टि की कि वह रूसी हमले के खिलाफ यूक्रेन की मदद के लिए उसे लंबी दूरी की क्रूज़ मिसाइलें भेज रहा है। ब्रिटिश रक्षा मंत्री बेन वालेस के मुताबिक, ब्रिटेन यूक्रेन को 'स्टॉर्म शैडो' मिसाइलें 'दान' दे रहा है।

ऐसी है 'स्टॉर्म शेडो' की मारक क्षमता 

'स्टॉर्म शैडो' में लंबी दूरी तक मार कर सकती है। 250 किलोमीटर दूर भी कोई लक्ष्य है तोे यह उसे भेदने में सक्षम है। यानी इसकी मार​क क्षमता 250 किलोमीटर से अधिक है। फाइटर जेट के माध्यम से इसे आसानी से दागा जा सकता है। ब्रिटेन ने कहा कि इन मिसाइलों की आपूर्ति से यूक्रेन को अपने क्षेत्रों से रूसी सेना को पीछे धकेलने में मदद मिलेगी। 

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