A
Hindi News विदेश यूरोप Nuclear Bomb: यूक्रेन पर परमाणु हमले का डर, टैक्टिकल न्यूक्लियर बम गिरा सकते हैं पुतिन, जानिए कैसे हार को जीत में बदल सकता है ये घातक हथियार?

Nuclear Bomb: यूक्रेन पर परमाणु हमले का डर, टैक्टिकल न्यूक्लियर बम गिरा सकते हैं पुतिन, जानिए कैसे हार को जीत में बदल सकता है ये घातक हथियार?

Putin Tactical Nuclear Weapons: अमेरिका की कई खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इनकी संख्या 1000 से 2000 के बीच हो सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करते हैं, तो वह टैक्टिकल परमाणु हथियार हो सकते हैं।

Putin Tactical Nuclear Weapons-Ukraine War- India TV Hindi Image Source : PIXABAY/AP Putin Tactical Nuclear Weapons-Ukraine War

Highlights

  • यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ा
  • टैक्टिकल परमाणु बम गिरा सकते हैं पुतिन
  • हमले से हार को जीत में बदल सकते हैं

Putin Tactical Nuclear Weapons: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को 7 महीने से ज्यादा का वक्त हो गया है। जिसमें दोनों देशों की सेना को भारी नुकसान हुआ है। हाल में ही यूक्रेन ने रूस को अच्छा खासा नुकसान पहुंचाया है और अपने कई क्षेत्रों को उससे वापस ले लिया है। ऐसी स्थिति में अब रूस की तरफ से टैक्टिकल न्यूक्लियर अटैक यानी परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया है। इसके पीछे की एक वजह ये भी है कि रूस के पास सैनिकों की कमी हो गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि इसी वजह से अब रूस छोटे परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर युद्ध जीतने की कोशिश करेगा। रूस की पश्चिमी सीमा से लगने वाले लगभग सभी इलाकों में 1588 परमाणु हथियार तैनात किए गए हैं। दूसरी तरफ, अगर हम टैक्टिकल परमाणु हथियारों की बात करें, तो इनकी संख्या पता लगाना काफी मुश्किल है।

अमेरिका की कई खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इनकी संख्या 1000 से 2000 के बीच हो सकती है। विश्लेषकों का मानना है कि अगर पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करते हैं, तो वह टैक्टिकल परमाणु हथियार हो सकते हैं। लेकिन यहां सवाल ये उठता है कि आखिर ये टैक्टिकल परमाणु हथियार कहां हैं और यह स्ट्रैटेजिक बम से किस तरह अलग हैं? किसी टैक्टिकल परमाणु हथियार को युद्धक्षेत्र में इस्तेमाल करने के लिए डिजाइन किया जाता है। इनका वजन 1 किलो टन से 100 किलो टन तक हो सकता है। अगर आसान भाषा में आप ये जानना चाहते हैं कि आखिर ये कितना घातक हो सकता है, तो इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा पर जिस परमाणु बम से हमला किया गया था, वह 15 किलो टन का था।

टैक्टिकल परमाणु हथियार किस तरह अलग होते हैं?

अपनी घातक क्षमता के बावजूद टैक्टिल परमाणु बम स्ट्रैटेजिक परमाणु हथियारों से तीन तरह से अलग होते हैं। इसमें पहला अंतर ये है कि इन्हें टार्गेट के पास से फायर किया जा सकता है। दूसरा ये कि यह एक स्ट्रैटेजिक परमाणु बम की तुलना में बहुत कम विस्फोट करते हैं और तीसरा, इनसे जो रेडियोधर्मी विकिरण फैलता है, वह बहुत सीमित होता है, जब तक कि यह न्यूट्रॉन बम न हो। लेकिन फिर भी इनसे घातक नुकसान हो सकता है। अगर हिरोशिमा पर गिराए गए अमेरिकी परमाणु बम के बराबर ही एक स्ट्रैटेजिक परमाणु हथियार इस्तेमाल किया जाता है, तो लगभग 200 मीटर के दायरे में एक आग का गोला बन जाएगा। जैसे ही यह बम फटेगा, 1.6 किलोमीटर के दायरे में आने वाली हर चीज जल जाएगी।

मच सकती है भीषण तबाही

बम फटने के बाद 350 मीटर प्रति सेकंड की गति से विनाशकारी शॉकवेव आएगी। इसके बाद आकाश से रेडियोधर्मी कचरा बरसेगा, जो बड़े पैमाने पर हवा, मिट्टी और पानी को दूषित करेगा। वैसा ही होगा जैसा 1986 में यूक्रेन के चेरनोबिल में परमाणु रिएक्टर त्रासदी के बाद हुआ था। टैक्टिकल परमाणु हथियार स्ट्रैटेजिक हथियारों से आकार में छोटे होते हैं। उन्हें जेट, युद्धपोतों, पनडुब्बियों और क्रूज मिसाइलों से दागा जा सकता है। इतना ही नहीं बल्कि इन्हें तोपखाने के तोप के गोले की तरह भी दागा जा सकता है।

टैक्टिकल परमाणु हथियारों से पुतिन को फायदा

टैक्टिकल परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के पीछे का मकसद अपने नुकसान को कम करना है। क्योंकि टैक्टिकल परमाणु हथियार इतने शक्तिशाली होते हैं कि वे पूरे शहरों या यहां तक ​​कि पूरी सभ्यताओं का सफाया कर सकते हैं। शायद ही कोई समझदार व्यक्ति ऐसा कदम उठाए। परमाणु हथियारों से युद्ध तो समाप्त नहीं होगा बल्कि इससे पूरी दुनिया में मरने और मारने की स्थिति पैदा हो जाएगी, जिससे मानवता का अंत भी हो सकता है। लेकिन अगर रूस टैक्टिकल परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करता है, तो यूक्रेन न केवल उससे पिछड़ जाएगा, बल्कि नाटो को भी ये संदेश जाएगा कि वह खुद को युद्ध से दूर रखे।

क्या रूस टैक्टिकल परमाणु बम का इस्तेमाल करेगा?

रूस के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की बात करें, तो इस मामले में विशेषज्ञों का मनना है कि पुतिन हार को देखते हुए कुछ भी कर सकते हैं। अगर पुतिन परमाणु बम का इस्तेमाल करते हैं, तो यूक्रेन रूस पर हमले तेज कर देगा। लेकिन यूक्रेन का हमला परमाणु हमले की तुलना में कुछ भी नहीं होगा। अगर पुतिन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करते हैं, तो यह न केवल चौंकाने वाला होगा बल्कि डराने वाला भी होगा। साल 2018 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के डिफेंस सेक्रेटरी जेम्स मैटिस ने कांग्रेस से कहा था कि परमाणु हथियार चाहे कोई भी है, लेकिन वो रहेगा तो परमाणु हथियार ही।

Latest World News