A
Hindi News विदेश यूरोप तीसरे विश्व युद्ध की आहट तेज, यूक्रेन पर अमेरिका और पश्चिमी देशों का रुख देख पुतिन ने मांगा चीन का साथ!

तीसरे विश्व युद्ध की आहट तेज, यूक्रेन पर अमेरिका और पश्चिमी देशों का रुख देख पुतिन ने मांगा चीन का साथ!

यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और पश्चिमी देशों के खुले समर्थन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को वैश्विक स्तर पर अपना समर्थन मजबूत करने को मजबूर किया है। तेजी से बदलते वैश्विक हालात के बीच पुतिन ने शी जिनपिंग का साथ मांगा है।

राष्ट्रपति पुतिन और शी जिनपिंग (फाइल)- India TV Hindi Image Source : FILE राष्ट्रपति पुतिन और शी जिनपिंग (फाइल)

नई दिल्ली। यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका और पश्चिमी देशों के खुले समर्थन ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन को वैश्विक स्तर पर अपना समर्थन मजबूत करने को मजबूर किया है। तेजी से बदलते वैश्विक हालात के बीच पुतिन ने शी जिनपिंग का साथ मांगा है। पिछले तीन दिनों में यूक्रेन युद्ध की बरसी से पहले दुनिया में मची हलचल को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि तीसरे विश्व युद्ध का खतरा लगातार बढ़ रहा है। पुतिन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय स्थिति को स्थिर रखने के लिए रूस-चीन संबंधों का मजबूत होना जरूरी है। यह दोनों देश अंतरराष्ट्रीय शांति के लिए स्थिरता की कुंजी की तरह हैं।

पुतिन ने चीन का साथ ऐसे वक्त में मांगा है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन की औचक यात्रा करके रूस को ललकारने का काम किया है। अन्य पश्चिमी देश भी खुलकर यूक्रेन के समर्थन में आ गए हैं। आगामी 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले को 1 वर्ष पूरे हो जाएंगे। अभी तक इस युद्ध का कोई अंत होता नहीं दिखाई दे रहा है। जबकि करीब जनवरी में रूस ने इस युद्ध को जल्द जीत लेने और युद्ध समाप्त होने का दावा किया था, लेकिन यूक्रेन को अमेरिका और यूरीपीय देशों ने इतने अधिक हथियार उपलब्ध करवा दिए कि वह फिर से युद्ध में वापसी कर बैठा है। इस घटनाक्रम ने दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा बढ़ा दिया है।

चीन के शीर्ष राजनयिक के साथ पुतिन ने की बैठक
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को चीन के शीर्ष राजनयिक वांग यी के साथ एक बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजिंग और मास्को के बीच सहयोग "अंतरराष्ट्रीय स्थिति को स्थिर" करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। उनकी बैठक ऐसे समय में हो रही है जब चीन ने रूस और यूक्रेन युद्ध का शांति से समाधान खोजने के लिए मध्यस्ता की भूमिका निभाने की पेशकश की है। उम्मीद की जा रही है कि वह इस सप्ताह यूक्रेन संघर्ष के लिए अपना "राजनीतिक समाधान" प्रकट करेगा। बीजिंग ने अपने सहयोगी रूस के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखते हुए खुद को एक तटस्थ पार्टी के रूप में स्थापित करने की कवायद की है, लेकिन वाशिंगटन और नाटो ने कहा है कि वे चिंतित हैं कि चीन रूस को यूक्रेन में अपने अभियान को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए हथियार और गोला-बारूद भेजने की तैयारी कर रहा है।

चीन के साथ रणनीतिक और गहन साझेदारी करेंगे पुतिन
चीन के राजनयिक वांग यी ने पुतिन से कहा कि "रूसी पक्ष के साथ, हम अपनी रणनीतिक साझेदारी और अपने गहन सहयोग को मजबूत करने के लिए तैयार हैं । चीन के शीर्ष राजनयिक ने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी "किसी तीसरे देश के खिलाफ निर्देशित नहीं है और दबाव में नहीं आती है।" इससे पहले उन्होंने अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। लावरोव ने कहा, "विश्व मंच पर उच्च अशांति के बावजूद, हम अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र की केंद्रीय भूमिका के सम्मान के आधार पर एक दूसरे के हितों की रक्षा के लिए अपनी एकजुटता और तत्परता का प्रदर्शन कर रहे हैं।" वांग यी यूरोपीय दौरे के आखिरी पड़ाव पर हैं, इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा से मुलाकात की।

यह भी पढ़ें...

आखिरी वक्त तक जिनपिंग के कदमों में गिड़गिड़ाता रहा पाकिस्तान, चीन ने लादा 700 मिलियन डॉलर का एहसान

पौराणिक "समुद्र मंथन" को फिर साकार करेगा हिंदुस्तान, 5 हजार मीटर गहराई में "रत्न" खोजेगा समुद्रयान

Latest World News