वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 2025 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया गया है। यह नामांकन उनकी 'असाधारण और ऐतिहासिक भूमिका' के लिए है, जिसके तहत उन्होंने इजरायल और ईरान के बीच सीजफायर करवाया। फॉक्स न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी संसद सदस्य बडी कार्टर ने ट्रंप को इस पुरस्कार के लिए चुना है। कार्टर ने नोबेल शांति पुरस्कार समिति को लिखे अपने पत्र में कहा, 'राष्ट्रपति ट्रंप की अगुवाई ने इजरायल और ईरान के बीच 12 दिन तक चले युद्ध को खत्म करने में मदद की। उनकी कोशिशों ने एक बड़े क्षेत्रीय संघर्ष को टाला और दुनिया के सबसे बड़े आतंकवाद प्रायोजक देश (ईरान) को परमाणु हथियार हासिल करने से रोका।'
ईरान और इजरायल के बीच कैसे हुआ सीजफायर?
ईरान और इजरायल के बीच यह सीजफायर समझौता ट्रंप ने सोमवार देर रात घोषित किया था, जो तुरंत लागू हो गया। बता दें कि इससे पहले इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया था जिसके जवाब में ईरान ने रॉकेट दागे। बाद में अमेरिका ने भी ईरान के 3 प्रमुख परमाणु ठिकानों पर हवाई हमले किए। ईरान ने कतर में अमेरिकी एयरबेस पर रॉकेट से हमला किया, लेकिन पहले से चेतावनी देने की वजह से कोई नुकसान नहीं हुआ। कार्टर ने ट्रंप की तारीफ करते हुए कहा, 'उनकी निर्णायक कार्रवाई और प्रभाव ने ऐसा समझौता करवाया, जिसे कई लोग असंभव मानते थे। ट्रंप की कोशिशें शांति, युद्ध रोकने और अंतरराष्ट्रीय एकता के उन आदर्शों को दर्शाती हैं, जिन्हें नोबेल शांति पुरस्कार सम्मानित करता है।'
डेरेल इस्सा, इशाक डार ने भी ट्रंप को किया है नामांकित
यह पहली बार नहीं है जब ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इस साल की शुरुआत में अमेरिकी सांसद डैरेल इस्सा ने भी ट्रंप को 2024 के उनके वैश्विक प्रभाव और चुनावी जीत के लिए नामांकित किया था। नोबेल की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, 2025 के शांति पुरस्कार के लिए कुल 305 लोग और संगठन नामांकित हैं। पाकिस्तान के उप-प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इशाक डार ने भी कुछ समय पहले नोबेल समिति को पत्र लिखकर ट्रंप को पुरस्कार देने की सिफारिश की थी। उन्होंने भारत-पाकिस्तान के हाल के तनाव में ट्रंप के 'निर्णायक कूटनीतिक दखल' की तारीफ की थी। (AP)
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