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Hindi News विदेश अमेरिका पीएम मोदी ने कहा-भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी के लिए कोई सीमा नहीं है, सीमा पार आतंकवाद पर सख्ती जरूरी

पीएम मोदी ने कहा-भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी के लिए कोई सीमा नहीं है, सीमा पार आतंकवाद पर सख्ती जरूरी

Joint Press Confrence Of PM Modi & Joe Biden:वाशिंगटन में विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और भारत के प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्य प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के संयुक्त प्रेस बयान से पहले पहुंचे।

पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन- India TV Hindi Image Source : PTI पीएम मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन

Joint Press Confrence Of PM Modi & Joe Biden: वॉशिंगटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन संयुक्त प्रेसवार्ता कर रहे हैं।राष्ट्रपति बाइडेन ने बताया कि दोनों देशों के बीच साझेदारी बढ़ाने पर बात हुई। भारत-अमेरिका के रिश्ते बेहद मजबूत हैं। दोनों देशों में व्यापार दो गुना हुआ। सेमीकंडक्टर को लेकर भी बातचीत हुई है। भारत और अमेरिका में अपार संभावनाएं हैं। यह साझेदारी दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण साझेदारी में से एक है जो इतिहास में किसी भी समय में अधिक मजबूत, करीबी और अधिक गतिशील है। इस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी सकारात्मक बातचीत हुई है।

क्वाड संगठन विश्व कल्याण का कर रहा काम

क्वाड संगठन को लेकर भी हमारी महत्वपूर्ण बातचीत हुई है। दोनों देशों के बीच नए वाणिज्य दूतावास खोलने पर फैसला लिया गया है। जो बाइडेन ने कहा कि भारत अमेरिका से 200 विमान खरीदेगा। इससे 1 लाख अमेरिकियों को नौकरी मिलेगी। हम साथ मिलकर असीमित क्षमता वाले साझा भविष्य के दरवाज़े खोल रहे हैं। स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन में तेज़ी लाने के लिए अंतरिक्ष उड़ान पर सहयोग और क्वांटम कंप्यूटिंग और कृत्रिम बुद्धिमत्ता पर सहयोग की ज़रूरत है। एयर इंडिया द्वारा बोइंग विमान खरीदने के समझौते से अमेरिका में 10 लाख नौकरियां पैदा होंगी। हमारा आर्थिक संबंध तेजी से बढ़ रहा है। पिछले एक दशक में हमारे देशों के बीच व्यापार लगभग दोगुना होकर 191 अरब डॉलर से अधिक हो गया है, जिससे भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका दोनों में हजारों अच्छी नौकरियां पैदा हुई हैं। 44 राज्यों में दस लाख अमेरिकी नौकरियां पैदा होंगी।

चीन पर अमेरिका ने मारी पल्टी

चीन को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन न पल्टी मार दी है। उन्होंने अभी एक दिन पहले ही शी जिनपिंग को तनाशाह कहा था। इसके लिए अब बाइडेन ने सफाई में कहाकि हमारे साथ एक ऐसी घटना घटी जिससे कुछ भ्रम पैदा हो गया, लेकिन सचिव ब्लिंकन की चीन यात्रा बहुत अच्छी रही। मुझे भविष्य में किसी समय चीनी राष्ट्रपति शी से मिलने की उम्मीद है।

अमेरिका है भारत का महत्वपूर्ण रणनीतिक पार्टनर

पीएम मोदी ने कहा भारत और अमेरिका के व्यापार और निवेश साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक व्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। अमेरिका भारत का सबसे बड़ा स्ट्रैटिजिक पार्टनर है। स्पेस, टेलीकॉम, जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर मजबूत साझेदारी कर रहे हैं। अमेरिका में मैक्रोन, गूगल जैसी कंपनियों का भारत में निवेश करने का फैसला भारत-अमेरिका की इस साझेदारी का प्रतीक है। भारत-अमेरिका के बीच करीबी रक्षा सहयोग हमारे संबंधों का प्रतीक है। आज हम ट्रांसफर, टेक्नॉलॉजी और को-प्रोडक्शन की ओर आगे बढ़ चुके हैं। भारत में टेक्नॉलोजी ट्रांसफर के माध्यम से इंजन बनाने का फैसला नया आयाम है। इस सहयोग से दोनों देशों के रक्षा उद्योग और पार्टनर महत्वपूर्ण हैं। उन्हें आपस में जोड़ना है। स्पेस टेक्नालोजी और साइंस में हमारा पुराना सहयोग रहा है। शांति और सुरक्षा हमारी साझा प्राथमिकता है। ये पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है। आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं।

सीमापार आतंकवाद पर सख्त कार्रवाई जरूरी

पीएम मोदी ने कहा कि क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म समाप्त करने के लिए साझा सहयोग जरूरी है। यूक्रेन के घटनाक्रम के शुरुआत से ही। भारत ने डायलॉग और डिप्लोमेसी के जरिये इस विवाद को सुलझाने पर जोर दिया है। हम शांति से किसी भी तरह के सहयोग के लिए तैयार हैं। ग्लोबल साउथ की प्राथमिकताओं को हम आवाज दे रहे हैं। हम बाइडेन का आभार करते हैं कि उन्होंने दक्षिण अफ्रीका को जी-20 का सदस्य बनाने के लिए हमारे प्रस्ताव को स्वीकार किया है। आतंकवाद और कट्टरवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका कंधे से कंधा मिलाकर चल रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमा पार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।

पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए भारत-अमेरिका की साझेदारी महत्वपूर्ण है

भारत-अमेरिका की व्यापार की निवेश साझेदारी दोनों देशों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। आज अमेरिका भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है। हमने निर्णय लिया है कि व्यापार से जुड़े लंबित मुद्दों को समाप्त कर नई शुरूआत की जाएगी। आज का दिन भारत और अमेरिका के संबंधों के इतिहास में एक विशेष संबंध रखता है। आज की हमारी चर्चा और हमारे द्वारा लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय से हमारा कॉम्प्रिहेंसिव ग्लोबल स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप में एक नया अध्याय जुड़ा है। एक नई दिशा और नई उर्जा मिली है।

भारत और अमेरिका के डीएनए में लोकतंत्र

पीएम मोदी ने एक पत्रकार के सवाल पर कहा कि कहते नहीं कि भारत में लोकतंत्र है, बल्कि भारत में है। भारत और अमेरिका दोनों के डीएनए में लोकतंत्र है। भारत सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास को लेकर चलते हैं। भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों में कोई भेदभाव नहीं है। यहां सरकार की योजनाओं का लाभ सभी को मिलता है। जाति, धर्म और उम्र के आधार पर यहां कोई भेदभाव नहीं है। भारत संविधान के अनुसार चलता है। जहां मानवाधिकार नहीं है, वहां लोकतंत्र नहीं है। हमने सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर। पीएम मोदी ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि हमारे लिए पर्यावरण, क्लाइमेट सांस्कृतिक परंपरा का एक हिस्सा है। भारत सिर्फ अपने लिए नहीं, बल्कि वैश्विक प्रयास कर रहे हैं। भारत दुनिया का अकेला देश जिसने जी-20 पेरिस में जो कहा था, उसे पूरा किया।

रेलवे में 2030 तक कार्बन का उत्सर्जन शून्य करने का लक्ष्य

पीएम मोदी ने कहा-हमने 2030 तक रेलवे को नेट जीरो लेकर चल रहा हूं। हमारे यहां रेलवे में एक तरह से पूरा ऑस्ट्रेलिया चलता है। भारत ग्रीन हाईड्रोजन और ग्रीन एनर्जी पर काम कर रहा है। भारत ग्रीन हाईड्रोजन का हब बन रहा है। भारत सोलर एनर्जी में दूसरे देशों को भी मदद कर रहा है। भारत ने इंटरनेशनल सोलर एलायंस लांच किया है। प्राकृतिक परिवर्तन के कारण दुनिया पर बड़ा संकट है। इसलिए ऐसा मकैनिज्म बनाया है, जो दीर्घकाल तक चले। हर व्यक्ति को अपना जीवन जीने का तरीका विकसित करना होगा। भारत ने आज इन क्षेत्रों में काम शुरू किया है। भारत इसलिए यह सब कर रहा है क्योंकि हमें भावी पीढ़ी की चिंता है। वैश्विक स्तर पर भारत ने कुछ बुरा नहीं किया है तो भी हम जो अच्छा कर सकते हैं वह कर रहे हैं। हम चाहते हैं विकसित देश इसमें आगे बढ़ें। ताकि दुनिया को संकट से मुक्त कर पाएं।

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