A
Hindi News विदेश अमेरिका रूस-यूक्रेन युद्ध जल्द ख़त्म होने की कोई संभावना नहीं, यह अभी और लंबा खिंचेगा- UN प्रमुख गुटेरेस

रूस-यूक्रेन युद्ध जल्द ख़त्म होने की कोई संभावना नहीं, यह अभी और लंबा खिंचेगा- UN प्रमुख गुटेरेस

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि उन्हें फिलहाल कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। यही कारण है कि हम अपने प्रयासों के तहत अन्य विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस - India TV Hindi Image Source : FILE संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस

रूस और यूक्रेन के बीच पिछले लगभग 10 महीने से युद्ध चल रहा है। अभी इसके समाप्त होने की संभावना कहीं नजर नहीं आ रही है। दोनों देश एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं। सैकड़ों आम लोगों की जान जा चुकी है। लेकिन मसले का हल अब तक नहीं निकल सका है। रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर यूएन के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि हमें अभी भी उस क्षण का इंतजार करना होगा, जब गंभीर वार्ता संभव होगी।

इस युद्ध को लेकर संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि वे निकट भविष्य प्रभावी वार्ता की संभावना नहीं देख रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अभी यह युद्ध और भी आगे खिंच सकता है। गुटेरेस ने कहा कि "मैं निकट भविष्य में प्रभावी शांति वार्ता की संभावना को लेकर आशावादी नहीं हूं। मुझे विश्वास है कि सैन्य टकराव जारी रहेगा और मुझे लगता है कि हमें अभी भी उस क्षण का इंतजार करना होगा, जब शांति के लिए गंभीर वार्ता संभव होगी।"

मुझे लगता है कि सैन्य टकराव जारी रहेगा

गुटेरेस ने कहा, "मुझे लगता है कि सैन्य टकराव जारी रहेगा। मुझे लगता है कि हमें अभी भी उस क्षण का इंतजार करना होगा, जब गंभीर वार्ता संभव होगी।” गुतारेस इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि साल के अंत में होने वाले अपने संवाददाता सम्मेलन से पहले क्या उन्हें यूक्रेन में शांति वार्ता के लिए कोई रास्ता नजर आता है। उन्होंने कहा, “मुझे फिलहाल कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा। यही कारण है कि हम अपने प्रयासों के तहत अन्य विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”

दूसरे देश में युद्धबंदी होना अत्यंत पीड़ादायक होता है

उन्होंने कहा कि यूक्रेन में हम जिस तरह का युद्ध देख रहे हैं, मैं कल्पना नहीं कर सकता कि किसी दूसरे देश में युद्धबंदी होना कितना पीड़ादायक होता है। इसलिए हम सार्थक पहल की कोशिश करते रहेंगे, इन पहलुओं की पीड़ा को कम करने के लिए संवाद के मंच की पेशकश करेंगे। लेकिन हमें इस बात को लेकर कोई भ्रम नहीं है कि निकट भविष्य में एक सच्ची शांति वार्ता संभव होगी।

Latest World News