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अमेरिकी नौसेना के दो जवान गिरफ्तार, चीन के साथ खुफिया जानकारी कर रहे थे शेयर

चीन के लिए जासूसी करने पर दो अमेरिकी नौसैनिकों को गिरफ्तार किया गया ​है। इन दोनों पर बीजिंग को गुप्त जानकारी बेचने का संदेह है।

अमेरिकी नौसेना के दो जवान गिरफ्तार, चीन के साथ खुफिया जानकारी कर रहे थे शेयर- India TV Hindi Image Source : AP FILE अमेरिकी नौसेना के दो जवान गिरफ्तार, चीन के साथ खुफिया जानकारी कर रहे थे शेयर

America-China: अमेरिका और चीन के बीच तनातनी जगजाहिर है। इसी बीच अमेरिकी नौसैनिकों के चीन के लिए जासूसी करने का मामला सामने आया है। अमेरिकी नौसेना के दो सेवारत सदस्यों को चीन के लिए जासूसी करने के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। न्याय विभाग ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इन दोनों पर बीजिंग को गुप्त जानकारी बेचने का संदेह है, जिसमें युद्धपोतों और उनके हथियार प्रणालियों के लिए नियमावली, साथ ही रडार प्रणाली के लिए ब्लूप्रिंट और एक विशाल अमेरिकी सैन्य अभ्यास की योजना शामिल है।

स्टिंग में शामिल एफबीआई के काउंटरइंटेलिजेंस डिवीजन के सुजैन टर्नर ने कहा कि ये गिरफ्तारियां हमारे लोकतंत्र को कमजोर करने और इसकी रक्षा करने वालों को धमकाने के लिए चीन के कुत्सित प्रयासों को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि चीन ने संवेदनशील सैन्य जानकारी को सुरक्षित करने के लिए सूचीबद्ध कर्मियों से समझौता किया जो अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरे में डाल सकता था।

जानकारी देने के बदले में मिले थे हजारों डॉलर

एक प्रेस विज्ञप्ति में न्याय विभाग ने कहा कि सैन डिएगो में उभयचर युद्धपोत यूएसएस एसेक्स पर काम करने वाले नाविक जिनचाओ वेई ने जहाजों और उसके सिस्टम के संचालन का विवरण देने वाले दर्जनों दस्तावेज, तस्वीरें और वीडियो सौंपे थे। इनमें तकनीकी और यांत्रिक नियमावली शामिल थे, जो उनके अपने जहाज के हथियारों से संबंधित थे। 22 वर्षीय व्यक्ति पर आरोप है कि उसे जानकारी के लिए हजारों डॉलर का भुगतान किया गया था। यदि वह दोषी ठहराया गया तो उसे पूरी जिंदगी जेल में काटनी पड़ सकती है। एक अलग मामले में, न्याय विभाग ने कहा कि 26 वर्षीय पेटी ऑफिसर वेनहेंग झाओ ने लॉस एंजिल्स के उत्तर में नेवल बेस वेंचुरा काउंटी में अपने पद पर रहते हुए लगभग दो वर्षों तक चीन के लिए जासूसी की थी।

चीनी जासूसी गुब्बारे को अमेरिका ने किया था नष्ट

दरअसल, चीन और अमेरिका के बीच में कूटनीतिक, रणनीतिक, सैन्य तनातनी के साथ ही जासूसी करने तक की बातें सामने आ रही हैं। इससे पहले चीनी जासूसी बैलून अमेरिका के आकाश में पेंटागन के पास नजर आया था। तब अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के आदेश पर उस स्पाय बैलून को नष्ट कर दिया गया था। इस पर चीन काफी आगबबूला हुआ था। इस जासूसी बैलून के नष्ट होने के बाद से अमेरिका और चीन के रिश्तों में और तल्खी आ गई थी। 

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