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Hindi News विदेश अमेरिका रूस और चीन से तनावों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने चुना राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी का नया प्रमुख, जानें बाइडन के भरोसे की वजह

रूस और चीन से तनावों के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ने चुना राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी का नया प्रमुख, जानें बाइडन के भरोसे की वजह

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और ताइवान को लेकर चीन से चल रहे भयंकर तनाव के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के नए प्रमुख का चुनाव कर लिया है। जो बाइडन ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और अमेरिकी साइबर कमांड के नए प्रमुख का चयन कर लेने का ऐलान भी कर दिया है।

जो बाइडन, अमेरिकी राष्ट्रपति- India TV Hindi Image Source : AP जो बाइडन, अमेरिकी राष्ट्रपति

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और ताइवान को लेकर चीन से चल रहे भयंकर तनाव के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनएसए) के नए प्रमुख का चुनाव कर लिया है। जो बाइडन ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और अमेरिकी साइबर कमांड के नए प्रमुख का चयन कर लेने का ऐलान भी कर दिया है। बता दें कि इस पद पर काबिज होने वाले शख्स मौजूदा वक्त में अमेरिका के साइबर युद्ध और रक्षा संबंधी अधिकतर मामलों को भी संभालते हैं। यही वजह है कि जो बाइडन ने उन्हें इसके लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार माना। जो बाइडन ने  साइबर कमांड के वर्तमान डिप्टी कमांडर एवं वायु सेना के लेफ्टिनेंट जनरल टिमोथी हॉग राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी और साइबर कमांड का नया प्रमुख चुना है। 

रूस-यूक्रेन युद्ध और चीन-ताइवान तनाव व दक्षिण चीन सागर में चीन की बढ़ती दादागीरी व अमेरिका की ड्रैगन द्वारा तथाकथित जासूसी के मामले सामने आने के बाद आंतिरक सुरक्षा को लेकर बाइडन के सामने कड़ी चुनौती थी। ऐसे में इस पद के लिए किसी सुलक्षे हुए और आंतरिक व वाह्य सुरक्षा के मामले पर बेहतर पकड़ रखने के साथ ही साथ डिप्लोमैटिक सोच का अधिकारी ढूंढ़ना बाइडन के लिए कठिन परीक्षा थी। मगर उन्होंने टिमोथी हॉग को इसके लिए सबसे उपयुक्त माना। अब टिमोथी एनएसए चीफ और अमेरिकी साइबर कमांड के नए प्रमुख के रूप में सेना के जनरल पॉल नकासोन की जगह लेंगे।

अमेरिका वायुसेना के अधिकारी ने की पुष्टि

मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति ने नाम न उजागर करने की शर्त पर इस सप्ताह वायु सेना द्वारा भेजे गए एक नोटिस के हवाले से यह जानकारी दी। यदि इसकी पुष्टि की जाती है, तो हॉग यूक्रेन की साइबर सुरक्षा को मजबूत करने और रूस के आक्रमण से लड़ने वाली यूक्रेनी सेना के साथ जानकारी साझा करने के अत्यधिक प्रभावशाली अमेरिकी प्रयासों का प्रभार संभालेंगे। वह अमेरिकी चुनाव में विदेशी प्रभाव और हस्तक्षेप का पता लगाने तथा उसे रोकने के लिए कार्यक्रमों की निगरानी भी करेंगे। साथ ही ‘रैंसमवेयर’ हमलों के अपराधियों का भी पता लगाएंगे।

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